अंतरराष्ट्रीय कप्तान बनना कभी भी आसान नहीं है। आप जो भी फैसला लेते हैं तथा आपके हर फैसले पर लोगों का दबाव बहुत होता है। टेस्ट में यह और अधिक होता है जहां आपके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं होता। इसलिए टेस्ट कप्तान के रूप में करियर की शानदार शुरुआत आसान नहीं होती जैसी दिखती है। इसलिए यह आश्चर्यजनक नहीं है कि भारतीय कप्तान के डेब्यू के बाद सर्वाधिक टेस्ट सीरीज लगातार जीतने का रिकॉर्ड अब तक सिर्फ तीन है। यह उपलब्धि अब तक चार खिलाड़ियों ने हासिल की है (अजित वाडेकर, सौरव गांगुली, एमएस धोनी और विराट कोहली) अजित वाडेकर ऐसा करने वाले पहले कप्तान थे। उनके नेतृत्व में भारत ने 1971-73 के बीच वेस्टइंडीज और इंग्लैंड को घर व विदेश में हराने में सफलता हासिल की। सौरव गांगुली ने यह उपलब्धि बांग्लादेश, ज़िम्बाब्वे और ऑस्ट्रेलिया को हराकर हासिल की। एमएस धोनी ने इंग्लैंड, श्रीलंका और न्यूजीलैंड को हराया। हालांकि धोनी ने चौथी सीरीज बांग्लादेश के खिलाफ भी जीती थी, उन्होंने कप्तान के रूप में दो में से एक टेस्ट खेला था। कोहली इस सूची में शुमार होने वाले नए कप्तान हैं। विराट के नेतृत्व में भारत ने श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज को हराया। क्या भारत अब न्यूजीलैंड को हराने में सफल होंगे। अगर ऐसा हुआ तो कोहली का नाम भारतीय क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हो जाएगा।