5 ऐसे रिकॉर्ड जो 2016-17 के रणजी ट्रॉफी सीजन में टूटे

ranji rishabh

नौजवान क्रिकेटरों की प्रतिभा को निखारने के लिए भारत में रणजी ट्रॉफी सालों से एक अहम टूर्नामेंट रहा है | रणजी ट्रॉफी में प्रदर्शन के आधार पर युवा क्रिकेटरों को भारत की नेशनल क्रिकेट टीम में खेलने का मौका मिलता है | 2016-17 का रणजी सत्र अब तक का सबसे अच्छा रणजी सत्र रहा है | बहुत सारे युवा क्रिकेटरों ने इस रणजी सत्र में शानदार प्रदर्शन किया है | वहीं बहुत सारे रिकॉर्ड भी इस दौरान टूटे हैं | आइए आपको बताते हैं 5 ऐसे ही रिकॉर्डों के बारे में जो इस सत्र में टूटे-


  1. रणजी इतिहास का सबसे तेज शतक (48 गेंदों पर 100 रन, खिलाड़ी-ऋषभ पंत)-

दिल्ली के इस युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ने पूरे रणजी सत्र के दौरान शानदार बल्लेबाजी की | ऋषभ पंत ने 90 से भी ज्यादा की औसत से 907 रन बनाए, इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 106.70 रहा | 22 अक्टूबर 2015 को बंगाल के खिलाफ ऋषभ पंत ने अपना रणजी डेब्यू किया, इसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा | 8 नवंबर 2016 को रणजी इतिहास का सबसे तेज शतक लगाकर उन्होंने रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया | ऋषभ पंत ने झारखंड के खिलाफ महज 48 गेंदों में अपना शतक पूरा किया | उस मैच में उन्होंने सिर्फ 67 गेंदों पर 1375 रन बनाए | पंत ने 48 गेंदों पर शतक लगाकर रणजी क्रिकेट के 28 सालों का पुराना रिकॉर्ड तोड़ा | इससे पहले ये रिकॉर्ड 2 खिलाड़ियों राजेश बोरा और वीबी चंद्रशेखर के नाम था | दोनों ही खिलाड़ियों ने 56 गेंदों पर शतक लगाया था | पंत ने ना केवल रणजी इतिहास का सबसे तेज शतक लगाया, बल्कि प्रथम श्रेणी में क्रिकेट में सबसे कम उम्र में तिहरा शतक लगाने वाले तीसरे खिलाड़ी भी बने, इस तिहरे शतक के साथ ही वो ऐसा करने वाले रणजी इतिहास के दूसरे विकेटकीपर बैट्समैन भी बन गए | ये कारनामा उन्होंने महाराष्ट्र के खिलाफ मैच में किया, उन्होंने 42 चौकों और 9 छक्कों की मदद से 326 गेंदों पर 308 रन बनाए | हालांकि ये कहना बहुत ही जल्दबाजी होगी, लेकिन ये युवा क्रिकेटर भारतीय क्रिकेट का भविष्य हो सकता है और बड़ा नाम कमा सकता है | 2. रणजी इतिहास की सबसे बड़ी साझेदारी-594 रन (स्वप्निल गुगाले और अंकित बावने)- gugale वानखेड़े स्टेडियम पर ये एक ऐतिहासिक दिन था | महाराष्ट्र के दो बल्लेबाज स्वप्निल गुगाले और अंकित बावने लगभग 2 दिन से दिल्ली के गेंदबाजों का सामना कर रहे थे | दोनों ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 594 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी कर डाली | रणजी इतिहास में किसी भी विकेट के लिए ये सबसे बड़ी साझेदारी थी | इस साझेदारी के दौरान स्वप्निल ने जहां 521 गेदों पर 351 तो वहीं अंकित ने 258 रन बनाए | इस तरह से उन्होंने रणजी इतिहास की सबसे लंबी साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया | इन दोनों बल्लेबाजों ने विजय हजारे और गुल मोहम्मद का 70 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा | विजय हजारे और गुल मोहम्मद ने ये रिकॉर्ड 1946-47 में होल्कर के खिलाफ बनाया था | बड़ौदा के लिए खेलते हुए इन दोनों बल्लेबाजों ने तब चौथे विकेट के लिए 577 रनों की साझेदारी की थी | स्वप्निल ने अपनी 351 रनों की मैराथन पारी के दौरान 5 छक्के और 37 चौके लगाए, तो वहीं अंकित 18 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 258 रन बनाकर नाबाद रहे | हालांकि ये दोनों खिलाड़ी महज 30 रनों से प्रथम श्रेणी क्रिकेट की सबसे बड़ी साझेदारी का विश्व रिकॉर्ड तोड़ने से चूक गए | ये रिकॉर्ड श्रीलंका के दो महान बल्लेबाजों कुमार संगकारा और महेला जयवर्द्धने के नाम है, जिन्होंने 624 रनों की साझेदारी की थी | 3. दो कप्तानों ने लगाया तिहरा शतक-(स्वप्निल गुगाले ने महाराष्ट्र के लिए 351 रन बनाए, सगुन कामत ने गोवा के लिए 354 रन बनाए)-

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किसी भी खिलाड़ी के लिए शतक लगाता बड़ी बात होती है, लेकिन तिहरा शतक लगाने से इसकी अहमियत और भी बड़ जाती है | 2016-17 के रणजी सेशन में तीन तिहरे शतक लगे | 3 खिलाड़ियों ने अपनी-अपनी टीमों के लिए ये तिहरा शतक लगाया, इनमें से 2 खिलाड़ी कप्तान थे | इन दोनों कप्तानों ने आगे बढ़कर अपनी टीम को लीड किया | ये एक रिकॉर्ड है और ऐसा पहली बार हुआ है कि एक रणजी सेशन में 2 कप्तानों ने अपनी-अपनी टीमों के लिए तिहरा शतक लगाया हो | महाराष्ट्र के कप्तान स्वप्निल गुगाले ने 351 रन तो गोवा के कैप्टन सगुन कामत ने 354 रन बनाकर ये अनोखा रिकॉर्ड बनाया | ये पहला ऐसा रणजी सेशन है जब एक से ज्यादा कप्तान ने तिहरा शतक लगाया हो | स्वप्निल गुगाले ने जहां अपनी 351 रनों की मैराथन पारी के दौरान अपने टीम के साथी खिलाड़ी अंकित बावने के साथ मिलकर 594 रनों की मैराथन साझेदारी की तो वहीं सगुन कामत ने भी तिहरा शतक लगाकर एक रिकॉर्ड बनाया | 304 रन बनाने के साथ ही सगुन गोवा के लिए तिहरा शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए | 304 रन बनाने के साथ ही सगुन गोवा के पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए, जिसने एक मैच में सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर बनाया हो | इससे पहले ये रिकॉर्ड स्वप्निल असनोदकर के नाम था, जिन्होंने 254 रन बनाए थे | 4. एक मैच में तीन 250 या उससे ज्यादा का व्यक्तिगत स्कोर-(स्वप्निल गुगाले, ऋषभ पंत और अंकित बावने)-

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2016-17 के रणजी सेशन में महाराष्ट्र और दिल्ली के बीच खेला गया मैच सबसे धमाकेदार रहा और इसी वजह से ये मैच इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया | इस मैच में 3 खिलाड़ियों ने शानदार बल्लेबाजी का नमूना पेश किया और तीनों ने ही 250 से ज्यादा रन बनाए | इस मैच में महाराष्ट्र के लिए स्वप्निल गुगाले और अंकित बावने ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 594 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की | गुगाले ने जहां 351 रन बनाए तो अंकित ने 258 रन बनाए | वहीं दिल्ली के लिए युवा विकेटकीपर बैट्समैन ऋषभ पंत ने 308 रन बनाए | ऐसा करके ऋषभ रणजी इतिहास में सबसे कम उम्र में तिहरा शतक लगाने वाले खिलाड़ियों के क्लब में शामिल हो गए | रणजी इतिहास में ये पहला मौका था, जब 2 से ज्यादा खिलाड़ियों ने एक ही मैच में 250 से ज्यादा का स्कोर बनाया हो | 5. एक मैच में किसी एक खिलाड़ी द्वारा सबसे ज्यादा छक्के मारने का रिकॉर्ड- (21 छक्के, खिलाड़ी ऋषभ पंत)-

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2016-17 का रणजी सत्र ऋषभ पंत के लिए काफी यादगार रहा है | इस सेशन में उन्होंने कई रिकॉर्ड तोड़े और कई अपने नाम किए | वो इस सेशन में अब तक सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी हैं | ऋषभ बिना किसी भय के आक्रामक क्रिकेट खेलते हैं, उन्हें लंबे-लंबे शॉट लगाने के लिए जाना जाता है | पंत ने झारखंड के खिलाफ 48 गेंदों पर शतक लगाकर जहां रणजी इतिहास में सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड बनाया तो वहीे उन्होंने इसी मैच की दोनों पारियों में 21 छक्के लगाकर एक मैच में सबसे ज्यादा छक्के मारने का भी रिकॉर्ड बनाया | पंत ने पहले 8 छक्के अपनी पहली पारी के 117 रनों के दौरान लगाए, इस दौरान उन्होंने 106 गेंदों का सामना किया | वहीं बाकी 13 छक्के उन्होंने दूसरी पारी में रिकॉर्ड 135 रनों के दौरान लगाए, ये 135 रन उन्होंने महज 67 गेंदों पर बनाए | प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड इससे पहले यूसुफ पठान के नाम था | यूसुफ पठान ने 2009-10 के दिलीप ट्रॉफी फाइनल में 15 छक्के जड़े थे |

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