भारतीय कप्तान विराट कोहली अपने खेल को अलग स्तर पर ले जा चुके हैं और मौजूदा समय में वह विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों की सूची में शामिल हैं। हालांकि, मौजूदा दौर के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में विराट को न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन, ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ और इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट से प्रतिस्पर्धा मिल रही है। एक आक्रामक युवा व्यक्तित्व वाले कोहली ने काफी संयम अपनाया और क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में दमदार प्रदर्शन किया। इसके साथ ही उन्होंने कप्तानी की जिम्मेदारी अच्छे से उठाई और अपनी बल्लेबाजी व फिटनेस में गजब की तब्दीली करते हुए सभी प्रतिस्पर्धियों के लिए स्तर स्थापित किया। विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और घरेलू जमीन पर विरोधी टीमों को पस्त कर दिया। बहरहाल, विराट कोहली जबर्दस्त फॉर्म में हैं और कई क्रिकेट पंडित अनुमान लगा रहे हैं कि वह बल्लेबाजी के बड़े-बड़े रिकॉर्ड्स तोड़ने में कामयाब होंगे। भले ही विराट अभी बेहतरीन फॉर्म में हो, लेकिन कुछ ऐसे रिकॉर्ड्स हैं, जिन्हें तोड़ पाना उनके लिए बहुत ही मुश्किल होगा। खुद विराट भी अभी इन रिकॉर्ड्स को तोड़ने के बारे में नहीं सोच रहे होंगे। चलिए गौर करते हैं कि वो कौनसे रिकॉर्ड है, जिन्हें कोहली नहीं तोड़ सकते हैं :
#5) 18,426 वन-डे रन
क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली की रनों के प्रति भूख और टीम में प्रभाव को देखते हुए दोनों के बीच कई बार तुलना होती आई है। तेंदुलकर के समान कोहली भी भारतीय टीम की बल्लेबाजी की रीढ़ की हड्डी बन चुके हैं और विरोधी टीम मैच की शुरुआत से उन्हें जल्दी आउट करने की फिराक में रहती है। कोहली का विकेट विरोधी टीम और घरेलू फैंस के अलग-अलग रिएक्शन्स सामने लेकर आता है। तेंदुलकर के समान कोहली से भी प्रत्येक पारी में करिश्माई बल्लेबाजी की उम्मीद की जाती है। हालांकि, 50 ओवर में शानदार प्रदर्शन के बावजूद कोहली वन-डे करियर में सर्वाधिक रनों के रिकॉर्ड को तोड़ने में सक्षम नजर नहीं आते हैं। सचिन तेंदुलकर ही वो व्यक्ति हैं, जिन्होंने 50 ओवर प्रारूप में 18,426 रन बनाए हैं और यह रिकॉर्ड लंबे समय तक बरक़रार रहने की उम्मीद लगती है। #4) टेस्ट मैच की एक पारी में नाबाद 400 रन
टेस्ट मैचों में शुरुआती समय में संघर्ष करने वाले कोहली अब लाल गेंद के खिलाफ परिपक्व बल्लेबाज बनकर उभरे हैं। उनकी महानता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि वह टेस्ट क्रिकेट इतिहास के एकमात्र बल्लेबाज हैं, जिन्होंने लगातार चार टेस्ट सीरीज में दोहरे शतक जमाए हो। कोहली के खेल में गजब का परिवर्तन हुआ है और जिस क्षेत्र में वह पहले कमजोर नजर आते थे, अब वहीं खूब रन बना रहे हैं। अब तो कहा जाने लगा है कि दिल्ली के कोहली टेस्ट रन मजे से बनाते हैं। बढ़िया रन और अच्छे सुधार के बाद कोई भी यह कहने से नहीं चूकेगा कि कोहली टेस्ट मैच की एक पारी में 400 रन बनाने के रिकॉर्ड को तोड़ पाएंगे। वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन चार्ल्स लारा ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में नाबाद 400 रन की पारी खेली थी, जो रिकॉर्ड अब भी बरक़रार है और लंबे समय तक इसके बरक़रार रहने की उम्मीद है। कोहली द्वारा इस रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाने की कई वजह हैं। सबसे पहली बात तो वह इतनी लंबी पारी शायद ही खेल सके। वह आक्रामक व्यक्तित्व वाले बल्लेबाज हैं और उनका मानना है कि गेंदबाज आपको टेस्ट मैच जिताकर देता है। इसको ध्यान में रखते हुए वह लंबी बल्लेबाजी नहीं करना चाहेंगे। इसके अलावा विराट का नंबरों पर ध्यान नहीं रहता है, जिसे देखते हुए यह रिकॉर्ड कोहली द्वारा टूटना मुश्किल नजर आता है। #3) वन-डे की एक पारी में 264 रन के रिकॉर्ड को तोड़ना
वन-डे की एक पारी में व्यक्तिगत रूप से 264 रन की पारी का रिकॉर्ड तोड़ना विराट कोहली के लिए नामुमकिन सा प्रतीत होता है। कोहली के टीम साथी रोहित शर्मा के नाम ही एक पारी में 264 रन की पारी खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है। कोहली तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करने आते हैं और तकनीकी रूप से उन्हें ओपनर्स से कम गेंदें खेलने को मिलती है। वह हालांकि, क्रीज पर जमने के लिए थोड़ा समय लेते हैं, लेकिन वह छक्कों से अधिक चौके जड़ने पर विश्वास रखते हैं। 264 रन का रिकॉर्ड तोड़ना है तो कोहली को शुरुआत से आक्रामक बल्लेबाजी करना होगी, जो कि थोड़ा मुश्किल काम नजर आता है। अब तो नियम में भी बदलाव हो चुके हैं। 30 यार्ड के घेरे के बाहर 5 खिलाड़ी तैनात करने की इजाजत है, जिससे बल्लेबाज अंतिम ओवरों में आसानी से रन नहीं बना सकता। #2) 15,921 टेस्ट रन
हम वापस सचिन तेंदुलकर द्वारा स्थापित रिकॉर्ड के बारे में बात करेंगे, जिसे तोड़ना विराट कोहली के बस में नजर नहीं आता। 15,921 टेस्ट रन का रिकॉर्ड तोड़ना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान चुनौती नहीं है। अब तक 56 टेस्ट खेल चुके कोहली ने 4,491 रन बनाए हैं और उन्हें सचिन का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए 10,000 से अधिक रन बनाने की दरकार है। हमारे पास ऐसा अनुमान लगाने का असली कारण भी मौजूद है। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक ने करीब 140 टेस्ट मैच खेले है और वह सचिन के रिकॉर्ड से करीब 4000 रन पीछे हैं। भारतीय टीम इतने टेस्ट मैच कोहोली की समयावधि में शायद ही खेले। कोहली का इस रिकॉर्ड को तोड़ पाना मुश्किल ही नजर आ रहा है। #1) 200 टेस्ट मैच
भारी-भरकम शरीर वाले विराट कोहली ने अपने आप को संपूर्ण तरीके से बदल लिया है। वह काफी फिट और फुर्तीले एथलीट भी हैं। उन्होंने अपनी डाइट, रूटीन और ट्रेनिंग में काफी बदलाव किया है और अपने शरीर पर खूब मेहनत की है। यही नतीजा है कि विराट को दुनिया के सबसे फिट खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। हालांकि, 200 से अधिक टेस्ट मैच खेलना कोहली के बस की बात नहीं है। सचिन ने करीब 24 वर्ष अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेला है, जबकि आधुनिक खिलाड़ियों को तीनों प्रारूपों में बराबरी से ध्यान देना होता है। यही प्रमुख कारण है कि विराट कोहली शायद ही 200 टेस्ट के रिकॉर्ड को तोड़ सके।