इंग्लैंड के वो बल्लेबाज जो अपनी कमजोरियों के लिए जाने जाते हैं कोहली ने अभी तक उसका भी फायदा नहीं उठाया, जैसे हमीद की कमजोरी है अराउंड द विकेट ऑफ स्पिनर को ठीक से नहीं खेल पाते हैं, जोस बटलर लेप्ट ऑर्म स्पिनर के खिलाफ संघर्ष करते हैं, मोइन अली शॉट पिच गेंद के आगे कमजोर दिखते हैं | कोहली गेंदबाजों के मुताबिक फील्ड सेटिंग नहीं करते, जैसे तेज गेंदबाज के लिए स्केवेर लेग या फिर फॉर्वर्ड शॉट लेग लगाना | विराट कोहली हमेशा गेंद के पीछे भागते हैं, जब तक किसी फील्ड पोजीशन पर दो या तीन बार कैच ना छूट जाए या फिर उस पोजीशन से बॉल ना मिस हो जाए तब तक कोहली वहां पर फील्डर नहीं लगाते | इसके अलावा कोहली ज्यादा वैरीएशन भी इस्तेमाल नहीं करते जैसे स्पिनर या तेज गेंदबाज के मुताबिक शॉर्ट कवर या गली लगाना | अगर प्वाइंट या मिड ऑफ की जगह से कोई बाउंड्री गई है तो कोहली जल्द ही फील्ड सेटिंग में बदलाव कर उस खाली जगह को भरने की कोशिश करते हैं, जिससे ये तो पता चलता है कि कप्तान कोहली को इस तरह विरोधियों का रन बटोरना रास नहीं आ रहा लेकिन कई बार ऐसे हर शॉट के बाद तुरंत फील्डिंग में बदलाव करने से बल्लेबाज का आत्मविश्वास बढ़ता है | चौथे दिन सुबह जोस बटलर ने कुछ एग्रिसव शॉट्स क्या खेले कोहली ने बटलर के पास लगाए तीन फील्डर्स को पीछे कर दिया | जिस तरीके से कोहली हर चीज पर बहुत जल्दी रिएक्ट करते हैं उनकी ये आदत कभी कभी उनके विरोधियों को फायदा पहुंचा जाती है | विराट को अपने जिद्दी रवैये से बाहर आकर अपने प्लान में कुछ लचीलापन होगा |