2003 विश्व कप से पहले इंग्लैंड के तेज गेंदबाज एंड्रयू कैडिक ने कहा था कि सचिन भी इंसान हैं और उनसे भी गलती हो सकती है, लेकिन उन्हें इस बात का शायद ही अंदाजा होगा कि मास्टर ब्लास्टर ने उनके लिए कुछ अलग ही योजना बना रखी है। कैडिक ने शोर्ट गेंद की जिसपर सचिन ने शानदार पुल खेला और गेंद किंग्समीड स्टेडियम के बाहर चली गई। अपने पूरे करियर में सचिन ने कट और पुल बेहतरीन अंदाज में खेले। वीरेंदर सहवाग भी कट और पुल शॉट खेलने में माहिर थे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2008 में द्विपक्षीय सीरीज में सहवाग ने पॉलक के गेंद पर स्क्वायर लेग बाउंड्री के ऊपर से छक्का जमाया था। 'नजफगढ़ के नवाब' वीरेंदर सहवाग के हाथ और आंख के समन्वय ने इस शॉट को बहुत ही ख़ास बना दिया। सचिन और सहवाग में यह समानता थी कि दोनों अधिकांश शॉट एक ही अंदाज में खेलते थे। यह कहना गलत नहीं होगा कि सहवाग क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के बड़े अनुयायी रहे हैं।