भारत में क्रिकेट प्रेमियों को साल भर से इंडियन प्रीमीयर लीग (आईपीएल) का बेसब्री से इंतजार रहता है। इस फटाफट क्रिकेट फॉर्मेट को भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में प्रशंसकों से प्यार मिलता है। अब तक आईपीएल के 10 सीजन हो चुके हैं और साल 2018 में आईपीएल का 11वां सीजन होने वाला है। इस सीजन में आईपीएल की दो पुरानी टीमें चैन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स भी मैदान पर खेलती हुई नजर आएंगी। आईपीएल के इस 11वें सीजन के लिए जल्द ही खिलाड़ियों की नीलामी प्रक्रिया शुरू होने वाली है, जिसमें आईपीएल की टीमें कुछ नए खिलाड़ियों को अपनी टीम में शामिल करेंगी तो कुछ पुराने खिलाड़ियों को अपनी टीम में बरकरार रखेंगी। अक्सर टीमें अपनी टीम के प्रमुख और मजबूत खिलाड़ियों को बरकरार रखती है तो वहीं कुछ खिलाड़ियों को अपनी टीम से अलग भी कर देती है। टूर्नामेंट की शुरुआत से ही रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) शानदार टीमों में से एक रही है। आरसीबी में स्टार क्रिकेटरों की भरमार है जो विरोधी खेमे को अपने प्रदर्शन के बूते ही ध्वस्त करने का माद्दा रखते हैं। आरसीबी में कप्तान विराट कोहली जैसा धाकड़ खिलाड़ी मौजूद है जो अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों के लिए मुश्किलें पैदान करने के लिए काफी हैं। वहीं आरसीबी में टी20 फॉर्मेट के धुरंधर खिलाड़ी क्रिस गेल मौजूद हैं जो अपनी धुआंधार बल्लेबाजी के दम पर अकेले ही टीम के लिए बड़ा स्कोर खड़ा करने की हिम्मत रखते हैं। इसके अलावा एबी डीवीलिर्यस जैसे खिलाड़ी भी हैं जो टीम को मजबूती प्रदान करते हैं। ऐसे खिलाड़ियों को आरसीबी जरूर अपनी टीम में बरकरार रखना चाहेगी, लेकिन आरसीबी के पास कुछ ऐसे खिलाड़ी भी है जिनकी टीम में जरूरत न के बराबर है और अगले सीजन के लिए उन्हें नजरअंदाज कर देना ही आरसीबी के लिए मुनासिब होगा। तो आइए ऐसे खिलाड़ियों की समीक्षा करते हैं जिन्हें आरसीबी को अगले सीजन के लिए टाल देना चाहिए:
#5 टाइमल मिल्स
साल 2017 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने टाइमल मिल्स पर एक बड़ा दांव खेला था और उन्हें आईपीएल की 2017 की नीलामी में 12 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा था। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज टाइमल मिल्स को मिचेल स्टार्क की जगह आरसीबी ने खरीदा था। मिचेल स्टार्क ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ पारस्परिक सहमति से अलग होने का फैसला किया था। आईपीएल इतिहास में मिचेल स्टार्क दूसरे सबसे मंहगे विदेशी खिलाड़ी थे। हालांकि, टाइमल मिल्स आरसीबी के लिए ज्यादा खास प्रदर्शन नहीं कर पाए। साल 2017 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से टाइमल मिल्स ने 5 मैच खेले और महज 5 विकेट झटकने में ही कामयाब हो सके। उनके लगातार चोटों और भारतीय परिस्थितियों के अनुकूल न ढल पाने के कारण रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को अगले सीजन के लिए उनकी जगह कोई दूसरा विकल्प तलाशना चाहिए। अगर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टाइमल मिल्स को अपनी टीम में शामिल करना चाहती है तो उसे राइट टू मैच (आरटीएम) कार्ड का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को पैसों की बचत होगी।
#4 ट्रैविस हेड
ट्रैविस हेड ने बिग-बैश 2016-17 सत्र में सनसनीखेज प्रदर्शन किया था जब उन्होंने एडिलेड स्ट्राइकर्स के लिए खेलते हुए टी20 में अपनी पहला शतक ठोका। इस पारी में उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 53 गेंदों में 101 रनों की पारी खेली थी। अपनी इस धुआंधार पारी में ट्रैविस हेड ने आखिरी 3 ओवर में 56 रन बनाकर अपना शतक पूरा किया और सबको हैरानी में डाल दिया। उनकी पारी इसलिए भी खास थी कि बाकि बचे ओवरों में टीम को भी जीत के लिए 55 रनों की जरूरत थी। आईपीएल की 2017 की नीलामी में ट्रैविस हेड को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने खरीदा। लेकिन आईपीएल के 2017 सीजन में ट्रैविस हेड कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए और 7 मैचों में सिर्फ 151 रन ही बना पाए। इसके साथ ही उन्होंने 2 विकेट लिए। हालांकि अब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेलने के उनकी संभावनाएं बहुत ही सीमित हैं, वहीं रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को भी ट्रैविस हेड की जगह दूसरा खिलाड़ी शामिल करने पर विचार करना चाहिए।
#3 तबरेज़ शमसी
इंडियन प्रीमीयर लीग (आईपीएल) की टीम रॉयल चेलैंजर्स बेंगलोर ने वेस्टइंडीज के चोटिल गेंदबाज सैमुअल बद्री के स्थान पर दक्षिण अफ्रीका के चाइनामैन गेंदबाज तबरेज शमसी को शामिल किया था, हालांकि उम्मीद के मुताबिक शमसी ने प्रदर्शन नहीं किया। बाएं हाथ के इस चाइनामैन गेंदबाज ने 2016 के सीजन में 4 मैचों में सिर्फ 3 विकेट ही अपने नाम किए। इसके अलावा उनकी इकोनॉमी रेट 9.18 रन प्रति ओवर की रही। कोई भी टीम प्रति ओवर इतने रन लुटाने के लिए किसी गेंदबाज को टीम में शामिल नहीं करना चाहेगी। आईपीएल के 2018 के सीजन में शमसी पर भी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को टीम में शामिल न करने पर विचार करना चाहिए।
#2 स्टुअर्ट बिन्नी
स्टुअर्ट बिन्नी आईपीएल में साल 2010 से खेल रहे हैं। इस बीच उन्होंने कई टीमों के लिए अपना प्रदर्शन किया है। स्टुअर्ट बिन्नी राजस्थान रॉयल्स, मुंबई इंडियन्स और अब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेल रहे हैं। हालांकि स्टुअर्ट बिन्नी इतने समय से आईपीएल का हिस्सा रहे हैं फिर भी उनका रिकॉर्ड बेहद निराशाजनक रहा है। ऑलराउंडर होने के नाते आईपीएल में स्टुअर्ट बिन्नी बल्ले और गेंद दोनों से ही अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम साबित हुए हैं। जिसके कारण टीम में वो कभी अंदर तो कभी बाहर रहते हैं। बिन्नी ने 80 मैचों में 20.60 के औसत और 126 की स्ट्राइक रेट के साथ 760 रन बनाए हैं। गेंदबाजी के मोर्चे पर उन्होंने 7.56 रन प्रति ओवर की रेट से 21 विकेट झटके हैं। आईपीएल के 11वें सीजन के लिए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर बिन्नी से बेहतर ऑलराउंडर्स के लिए जा सकती है।
#1 शेन वॉटसन
क्रिकेट जगत में शेन वॉटसन एक बड़ा नाम हैं। कोई भी टीम शेन वॉटसन जैसे खिलाड़ी को अपनी टीम में शामिल जरूर करना चाहेगी। शेन वॉटसन ऐसे आलराउंडर खिलाड़ी हैं जो विश्व कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम और 2008 में आईपीएल की पहली ट्रॉफी जीतने वाली राजस्थान रॉयल्स की टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य रहे हैं। पिछले रिकॉर्ड को छोड़कर अगर 36 वर्षीय शेन वॉटसन के हालिया प्रदर्शन पर गौर किया जाया तो उनका प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। फिलहाल शेन वॉटसन बीबीएल में सिडनी थंडर्स और पीएसएल में इस्लामाबाद यूनाइटेड के लिए खेलते हैं। शेन वॉटसन के आईपीएल 2017 के प्रदर्शन पर गौर किया जाए तो उन्होंने 8 मैचों में 11 की औसत और 91 की स्ट्राइक रेट से 71 रन ही बनाए थे। वहीं उन्होंने प्रति ओवर 9.13 रन के इकॉनोमी रेट और 49 की औसत से गेंदबाजी की थी। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने शेन वॉटसन को 7 करोड़ रुपये में खरीदा था लेकिन उनके प्रदर्शन के लिहाज से साफ लगता है कि वो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए इतनी बड़ी अमाउंट के बदले में गेंद और बल्ले से अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम साबित हुए हैं। अब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर आईपीएल के सीजन 11 के लिए शेन वॉटसन को कम राशि में वापस टीम में शामिल कर सकती है या फिर राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल कर सकती है। लेखक: सुखवींदर सिंह अनुवादक: हिमांशु कोठारी