लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड को बुरी तरह हराकर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एशेज सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली थी। लेकिन अपने अगले दोनों मैच ऑस्ट्रेलियाई टीम हार गई और इस तरह से एशेज पर इंग्लैंड का कब्जा हो गया। लेकिन सीरीज का आखिरी मैच अभी बाकी था जो कि ओवल में खेला जाना था। आखिरी मैच को ऑस्ट्रेलियाई टीम हर हाल में जीतना चाहती थी ताकि वो अपने सम्मान को बचा सके। ओवल की पिच पर स्टीवन फिन और स्टुअर्ट ब्रॉड का सामना करना आसान नहीं था। लेकिन स्टीव स्मिथ ने इंग्लिश गेंदबाजों का डटकर मुकाबला किया और बेहतरीन 143 रनों की पारी खेली। वो इंग्लैंड और उनकी जीत के बीच दीवार बनकर खड़े हो गए। स्मिथ ने पूरे 3 सेशन तक बल्लेबाजी की। वॉर्नर और वोग्स ने अर्धशतकीय पारियां खेलकर उनका साथ देने की पूरी कोशिश की। निचले क्रम में मिचेल स्टार्क ने भी 58 रनों की आक्रामक पारी खेली। इन सब खिलाड़ियों के मिले-जुले प्रयास से ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहली पारी में 481 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया जिसके जवाब इंग्लिश टीम महज 149 रनों पर सिमट गई। फॉलोआन खेलते हुए दूसरी पारी में भी इंग्लिश टीम 286 रन ही बना पाई। इस तरह से ये मुकाबला एक पारी और 46 रन से ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा।