ये वो सीरीज थी जहां से भारत के एक नए दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली का उदय हुआ। उस सीरीज में देखने को मिला कि विराट कोहली टेस्ट मैचों के कितने लाजवाब प्लेयर हैं। उस दौरे पर भारतीय टीम 48 रनों से पहला टेस्ट मैच हार चुकी थी जबकि महज 4 विकेट से उसे दूसरे टेस्ट मैच में भी हार का सामना करना पड़ा। इन सबके बीच स्मिथ की मेलबर्न टेस्ट में खेली गई उस यादगार पारी को भुलाया नहीं जा सकता है। तीसरा मैच मेलबर्न में था और भारतीय टीम आसानी से हार मानने वाली नहीं थी। वॉर्नर को बिना खाता खोले आउट कर भारतीय टीम ने कंगारुओं को तगड़ा झटका दिया। इसके बाद क्रिस रोजर्स और शेन वॉटसन ने अर्धशतकीय पारियां खेलकर टीम को संभाला। ब्रैड हैडिन और रेयान हैरिस ने भी अर्धशतकीय पारियां खेली। लेकिन काम को असली अंजाम तक पहुंचाया स्टीव स्मिथ ने। 192 रनों की मैराथन पारी खेलकर उन्होंने कंगारु टीम का स्कोर 530 रन कर दिया। जवाब में भारतीय टीम ने भी जोरदार पलटवार किया और 465 रन बनाए। लेकिन इतना रन जीत के लिए काफी नहीं था और भारतीय टीम को ड्रॉ से संतोष करना पड़ा। उस मैच में कोहली और अजिंक्य रहाणे ने भी शानदार शतकीय पारी खेली थी।