सबीना पार्क की पिच पर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की हालत खराब हो रही थी। लेकिन स्टीव स्मिथ एक छोर पर जमे हुए थे। उस मैच में उन्होंने बेहतरीन क्लास का नमूना दिखाया। स्मिथ उस वक्त बल्लेबाज के लिए आए जब मैच में महज 3 गेंदें ही डाली गई थी। सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर बिना खाता खोले पवेलियन में थे। ऐसे में स्टीव स्मिथ ने खूबसूरती से पारी को संभाला और खंभे की तरह डटे रहे। उन्होंने अकेले अपने दम पर ऑस्ट्रेलियाई पारी को आगे बढ़ाया और टीम का स्कोर 400 के करीब ले गए। जेरोम टेलर और केमार रोश खतरनाक गेंदबाजी कर रहे थे जबकि जेसन होल्डर को अनियमित बाउंस मिल रहा था। इस सबके बावजूद स्मिथ ने हार नहीं मानी और एक छोर को संभाले रखा। स्मिथ ने पहले अपना शतक पूरा किया, फिर 150 रन और जब लगा कि वो दोहरा शतक भी पूरा कर लगें तभी 199 के स्कोर पर टेलर ने उन्हें पगबाधा आउट कर दिया। स्मिथ भले ही एक रन से अपना दोहरा शतक बनाने से चूक गए लेकिन उनकी इस पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलियाई टीम 399 रनों का विशाल स्कोर खड़ा करने में कामयाब रही। दूसरी पारी में भी स्टीव स्मिथ ने 54 रनों की शानदार पारी खेली। अंत में 277 रनों से कंगारु टीम ने मुकाबला अपने नाम किया। स्टीव स्मिथ को उनकी बेहतरीन 199 रनों की पारी के लिए मैन ऑफ द् मैच चुना गया। लेखक- गौरव सशित्तल अनुवादक-सावन गुप्ता