किसे वापसी करने वाली की कहानी में दिलचस्पी नहीं होती है? खेलों के फैन हमेशा ऐसी कहानियों को जानना पसंद करते हैं। ये कहानियां तब और रोमांटिक हो जाती हैं, जब वापसी करने वाला खिलाड़ी सफल वापसी करता है। भारत के सभी फैन को सौरव गांगुली की साल 2006 वाली वापसी याद होगी। जब उन्हें कोच चैपल की वजह से टीम बाहर किया गया था। वह कई विज्ञापन में ये कहते हुए दिखे थे, “मेरा नाम सौरव गांगुली है। भूले तो नहीं?” इस विज्ञापन से गांगुली के फैन्स के आँखों में आंसू तक आ गये थे। उसके बाद उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बेहतरीन वापसी करते हुए मैन ऑफ़ द सीरीज हासिल किया। ये क्रिकेट में बेहतरीन वापसी का एक बेहतरीन उदाहरण है। आइये इस सीजन में हुई 5 बेहतरीन और सफल वापसी करने वाले खिलाड़ियों के बारे में हम आपको बता रहे हैं: #1 आशीष नेहरा, भारत भारत के कमबैक मैन के रूप में आशीष नेहरा इस सीजन की लिस्ट में सबसे ऊपर हैं। उन्हें देखकर ऐसा लगता है, जैसे उन्होंने उम्र महज एक संख्या है। नेहरा का करियर चोटों से भरा रहा है। नेहरा ने भारत के 2011 में विश्वविजय अभियान में अहम भूमिका निभाई थी। उस टूर्नामेंट में नेहरा ने ज़हीर के साथ मिलकर बेहतरीन साझेदारी निभाई थी। नेहरा की वापसी में इस बार उनका 2003 वाले वर्ल्डकप का अवतार दोबारा देखने को मिला। जिसे देखकर लोगों को भरोसा नहीं हो रहा था। नेहरा हालाँकि पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्डकप के सेमीफाइनल में चोटिल हो गये थे। हाल ही में जब ऑस्ट्रेलियाई दौरे के भारतीय टी-20 टीम की घोषणा हुई तो आशीष नेहरा पूरे 5 साल बाद टीम में वापसी की। नेहरा ने इस मौके को भुनाते हुए सफल वापसी करते हुए विकेट भी लिए, साथ ही टीम ने इस सीरीज को 3-0 से जीत लिया। उसके बाद आशीष नेहरा ने एशिया कप और टी-20 वर्ल्डकप में भी टीम इंडिया में जगह बनायी। जहाँ उन्होंने एशिया कप में 5 विकेट और टी-20 वर्ल्डकप में भी 5 विकेट लिए, साथ ही उनका औसत 13।20 का था। यही सफलता नेहरा ने सनराइजर्स हैदराबाद के लिए आईपीएल में भी जारी रखी। जहाँ उनकी टीम ने ख़िताब जीता। ये वापसी एक चैंपियन वापसी कही जाएगी! #2 अम्बाती रायडू, भारत इस लिस्ट में अम्बाती रायडू का नाम दूसरे स्थान पर है। रायडू को टीम इंडिया से बगैर वजह बताये बाहर किया जाता रहा है। उन्हें जब भी मौका मिला है उन्होंने कमाल का खेल दिखाया है। साल 2015 में उन्होंने ज़िम्बाब्वे का दौरा किया था। जहाँ उन्होंने दूसरे वनडे में 124 रन की पारी खेली थी। उसके बाद उन्होंने एक में 41 रन भी बनाये थे। ये कल्पना करना कठिन था कि उन्हें एक बार उन्हें ज़िम्बाब्वे के खिलाफ ही खेलने का मौका मिला। रायडू को ऑस्ट्रेलिया में हुए टी-20 टीम से, उसके बाद एशिया कप और वर्ल्डकप की टीम से भी बाहर कर दिया गया था। ज़िम्बाब्वे दौरे पर रायडू ने वापसी करते हुए पहले ही वनडे में 62 रन की नाबाद पारी खेली। उसके बाद उन्होंने 41 रन की नाबाद पारी खेली थी। उनका प्रदर्शन टी-20 में उतना अच्छा नहीं रहा है। लेकिन चयनकर्ताओं को उन्हें आगे मौका देना चाहिए। #3 मोहम्मद आमिर, पाकिस्तान बतौर क्रिकेटर मोहम्मद आमिर अपने किशोरावस्था में कई बार हेडलाइन बने। आमिर ने अपनी क्षमता का बेहतर इस्तेमाल करते हुए विश्व क्रिकेट में धूम मचा दी थी। आमिर ने अपने यादगार प्रदर्शन के चलते साल 2009 में हुए टी-20 वर्ल्डकप में पाकिस्तान को फाइनल तक पहुँचाने और टीम को विजेता बनाने में अहम भूमिका निभाई। उसके बाद आमिर ने श्रीलंका के खिलाफ अपने टेस्ट डेब्यू में 6 विकेट लिए थे। यही नहीं आमिर 18 वर्ष की उम्र में 50 विकेट लेने वाले सबसे कम उम्र के गेंदबाज़ भी बने थे। लेकिन साल 2011 में आमिर की दुनिया पूरी तरह से बदल गयी। उन्हें स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में 5 साल के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने से बैन कर दिया गया। सितम्बर 2015 में आईसीसी ने आमिर को दोबारा से क्रिकेट खेलने का मौका दिया। जिसके बाद आमिर को जनवरी 2016 में न्यूज़ीलैंड जाने वाली पाकिस्तानी टीम में शामिल किया गया। जहाँ उन्होंने अपने वापसी वनडे मैच में 3 विकेट लिये। आमिर यहीं नहीं रुके उन्होंने एशिया कप में अपने शानदार खेल से सबको हैरत में डाल दिया। खासकर उनका प्रदर्शन भारत के खिलाफ काफी अच्छा था। वहीं अब पाकिस्तान इंग्लैंड के दौरे पर जाने वाला है। ऐसे में 24 वर्षीय आमिर के पास ये बहुत ही बेहतरीन मौका है। #4 फरवीज़ महरूफ, श्रीलंका जो क्रिकेट के फैन्स 90 के दशक में पैदा हुए होंगे और 2000 के बाद के क्रिकेट को फॉलो किया होगा। उन्होंने फरवीज महरूफ को खेलते हुए जरूर देखा होगा। इस वक्त श्रीलंका इंग्लैंड के साथ वनडे सीरिज खेल रही है। जहाँ टीम के साथ वेटरन उपुल थरंगा और महरूफ भी टीम में शामिल किये गये हैं। महरूफ पिछली बार बांग्लादेश में हुए एशिया कप में अंतिम बार 2012 में खेलते हुए नजर आये थे। श्रीलंका की टीम में वापसी करने के बाद चार साल बाद महरूफ आयरलैंड के खिलाफ खेते हुए नजर आये। महरूफ ने इस मैच में 29 रन और 1 विकेट लेकर अपना आलराउंड खेल दिखाया। उनकी टीम को जीत भी मिली। इसके बाद उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ भी टीम के अंतिम एकादश में शामिल किया गया। जहाँ उन्होंने 31 रन और 1 विकेट लिए थे। हालाँकि कुछ मैच में महरूफ का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। लेकिन उनका एफर्ट अच्छा रहा है। #5 आरोन फन्गिसो आरोन फन्गिसो का का करियर काफी उठापठक से भरा था। बाएं हाथ के इस ऑर्थोडॉक्स गेंदबाज़ ने चैंपियंस लीग 2012 में सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था। जहाँ फंगिसो ने 10 विकेट लिए थे। जिसकी वजह से उन्हें दक्षिण अफ़्रीकी टीम में चुना भी गया था। आरोन गेंद को ज्यादा टर्न नहीं कराते हैं, फिर भी वह बल्लेबाजों को चेक करते हैं। हालाँकि बीते कई वर्षों से वह इमरान ताहिर की वजह से टीम में जगह बनाने में असफल रहे हैं। इसके अलावा उनके करियर पर तब बहुत बड़ा गाज गिरा था, जब वह संदिग्ध गेंदबाज़ी एक्शन के लिए निलंबित किये गये थे। लेकिन फंगिसो को साल 2016 में दोबारा से खेलने का मौका मिला। उन्होंने अपने गेंदबाज़ी एक्शन काफी सुधार किया था। हाल ही में वेस्टइंडीज में सम्पन्न हुए त्रिकोणीय सीरिज में फंगिसो ने कमाल का प्रदर्शन किया। 3 वनडे मैचों में उन्हें 6 विकेट मिले।