इस लिस्ट में अम्बाती रायडू का नाम दूसरे स्थान पर है। रायडू को टीम इंडिया से बगैर वजह बताये बाहर किया जाता रहा है। उन्हें जब भी मौका मिला है उन्होंने कमाल का खेल दिखाया है। साल 2015 में उन्होंने ज़िम्बाब्वे का दौरा किया था। जहाँ उन्होंने दूसरे वनडे में 124 रन की पारी खेली थी। उसके बाद उन्होंने एक में 41 रन भी बनाये थे। ये कल्पना करना कठिन था कि उन्हें एक बार उन्हें ज़िम्बाब्वे के खिलाफ ही खेलने का मौका मिला। रायडू को ऑस्ट्रेलिया में हुए टी-20 टीम से, उसके बाद एशिया कप और वर्ल्डकप की टीम से भी बाहर कर दिया गया था। ज़िम्बाब्वे दौरे पर रायडू ने वापसी करते हुए पहले ही वनडे में 62 रन की नाबाद पारी खेली। उसके बाद उन्होंने 41 रन की नाबाद पारी खेली थी। उनका प्रदर्शन टी-20 में उतना अच्छा नहीं रहा है। लेकिन चयनकर्ताओं को उन्हें आगे मौका देना चाहिए।