साल 2016 भारतीय क्रिकेट के लिए काफी अच्छा रहा। भारतीय टीम ने इस साल काफी अच्छा प्रदर्शन किया। वहीं इस साल कुछ बेहतरीन युवा खिलाड़ी भी भारतीय टीम को मिले। जिन्होंने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया। आइए नजर डालते हैं ऐसे ही 5 खिलाड़ियों पर जिन्होंने इस साल अपने प्रदर्शन से सबको चौंका दिया। 5. उमेश यादव (वनडे) साल 2015 की समाप्ति पर कुछ लोगों का ये मत था कि उमेश यादव केवल टेस्ट मैचों के बेहतर गेंदबाज हैं। उमेश यादव ने दिल्ली टेस्ट में साउथ अफ्रीका के खिलाफ शानदार गेंदबाजी की थी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वनडे मैचों में उन्होंने काफी रन लुटाए, खासकर शुरुआत के ओवरो में। जिसके बाद उनके बारे में ये धारणा बन गई थी कि वो टेस्ट मैचों में ही अच्छा कर पाएंगे। लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद उमेश यादव को फिर से वनडे सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया। लेकिन इस बार उमेश यादव ने पहले वाली गलती नहीं दोहराई और पूरे नियंत्रण के साथ गेंदबाजी की। जिसका नतीजा ये रहा कि सीरीज के 5 मैचों में वो 8 विकेट लेने में कामयाब रहे। साथ ही उमेश भारत की तरफ से दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी रहे। उमेश यादव के पास पेस की कभी कमी नहीं रही, जरुरत थी तो बस लाइन और लेंथ पर कंट्रोल की। उन्होंने इस कमी को दूर करके बता दिया कि वो वनडे मैचों में भी विकेट निकाल सकते हैं। 4. जयंत यादव (टेस्ट) किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि 2016 में भारत को जयंत यादव जैसा बेहतरीन खिलाड़ी मिलेगा। लेकिन जयंत यादव ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच से ना केवल अपना अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू किया, बल्कि अपने शानदार खेल से सबको प्रभावित किया। अपने डेब्यू सीरीज में हरियाणा के इस खिलाड़ी ने 9 विकेट चटकाए। इसके अलावा जयंत यादव ने अपनी बल्लेबाजी की कला का भी बखूबी प्रदर्शन किया। इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई टेस्ट मैच में उन्होंने 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शानदार शतक लगाया। ऐसा करने वाले वो पहले भारतीय खिलाड़ी बने। 2016 के अंत में जयंत यादव ने अपने करियर की शानदार शुरुआत की और इस सफर को वो 2017 में भी जारी रखना चाहेंगे। 3. के एल राहुल (वनडे और टी-20) उमेश यादव की तरह के एल राहुल के बारे में भी कहा जाता था कि सीमित ओवरों के अच्छे खिलाड़ी नहीं हैं। लेकिन आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलूरू की तरफ से खेलते हुए उन्होंने कुछ बेहतरीन पारियां खेलीं। इसी वजह से के एल राहुल को जिम्बॉब्वे के खिलाफ सीरीज में टीम में जगह दी गई। उन्होंने उस मौके का पूरा फायदा उठाया और अपने पहले अंतर्राष्ट्रीय वनडे मैच में शानदार शतक लगाया। इसके बाद अगले 2 मैचों में 33 और 63 रन बनाए। इसके बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्हें टेस्ट सीरीज और टी-20 सीरीज के लिए भी टीम में चुना गया। राहुल ने उस मौके का भी पूरा फायदा उठाया और फ्लोरिडा में खेले गए टी-20 मैच में उन्होंने आतिशी शतक लगाया। वो अंत तक नाबाद रहे। उनकी धुआंधार बल्लेबाजी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 20 ओवरों में 245 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने 244 रन बना लिए और महज 1 रन से लक्ष्य से पीछे रह गई। अपनी बल्लेबाजी से राहुल ने सिद्ध किया कि वो केवल टेस्ट मैचों के ही नहीं बल्कि सीमित ओवरों के भी अच्छे खिलाड़ी हैं। 2. आशीष नेहरा (टी-20) 37 साल के अनुभवी खिलाड़ी आशीष नेहरा को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए टीम में शामिल किया। सीरीज में अपनी कातिलाना गेंदबाजी से नेहरा ने दिखाया कि उम्र ढलने के बावजूद उनकी गेंदों का पैनापन कम नहीं हुआ है। इसके बाद भारत में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप तक वो हर टी-20 सीरीज का हिस्सा रहे। नेहरा ने सभी मैचों में अच्छी गेंदबाजी की और 15 मैचों में 18 विकेट चटकाए। इस दौरान उनका इकोनॉमी रेट महज 7.01 रहा, जो टी-20 मैचों के हिसाब से काफी किफायती है। भले ही आशीष नेहरा की उम्र ज्यादा हो रही हो लेकिन उनके पास इतना अनुभव है कि वो किसी भी मैच का रुख पलट सकते हैं। इसके साथ ही टीम के युवा गेंदबाजों को भी उनके अनुभव से काफी कुछ सीखने को मिलता है। ऐसे में देखना ये है कि इंग्लैंड के खिलाफ आगामी सीरीज में उन्हें टीम में जगह मिलती है कि नहीं। 1.जसप्रीत बुमराह (वनडे और टी-20) 2016 में भारत के लिए सबसे बड़े सरप्राइज पैकेज। रंगीन कपड़ों में बुमराह ने इस साल बेहतरीन खेल दिखाया। 21 टी-20 मैचों में बुमराह ने इस साल 28 विकेट चटकाए, वहीं 8 वनडे मैचों में भी उन्होंने 17 विकेट अपने नाम किए। बुमराह के सफलता की सबसे बड़ी वजह है, उनका अजीबोगरीब गेंदबाजी एक्शन। बल्लेबाज गेंद छूटने तक उनके एक्शन को समझ नहीं पाता है, इसलिए बड़े से बड़े बैट्समैन को उनके खिलाफ काफी दिक्कत आती है। वहीं उनकी सटीक यॉर्कर गेंदें भी बल्लेबाजों के लिए काफी मुश्किल पैदा करती हैं। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से बुमराह अपने नए साल का आगाज करेंगे और जिस तरह का प्रदर्शन उन्होंने 2016 में किया है उसे वो 2017 में भी जारी रखना चाहेंगे।