#2 केविन पीटरसन
साल 2013/14 की एशेज़ सीरीज़ में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 5-0 से मात दी थी। इस हार के बाद केविन पीटरसन को बलि का बकरा बनाया गया और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें टीम से बाहर कर दिया। हांलाकि उस एशेज़ सीरीज़ में पीटरसन ने इंग्लैंड की तरफ़ से सबसे ज़्यादा रन बनाए थे। अगर हाल की एशेज़ सीरीज़ में खिलाड़ियों के चयन की बात करें तो पीटरसन को मौक़ा दिया जा सकता था, वो भी तब, जब गैरी बैलेंस को रिज़र्व बल्लेबाज़ के तौर पर टीम में रखा गया था। पीटरसन जैसे आक्रामक बल्लेबाज़ को इंग्लैंड की मौजूदा वनडे टीम में ज़रूर होना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इंग्लैंड को पीटरसन के न होने से भले ही नुक़सान हो रहा हो, लेकिन वो टी-20 सर्किट की जान बन चुके हैं। वो दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों के बीच पसंद किए जाते हैं। पीटरसन ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि साल 2018 के बाद वो पिच पर नज़र नहीं आएंगे, ऐसे में उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का आख़िरी मौक़ा ज़रूर मिलना चाहिए।