ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच जारी टेस्ट सीरिज में मेहमान टीम ने ने कंगारुओं को 2-0 सीरीज हरा दिया है। इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया का प्रदर्शन बहुत ही निराशाजनक रहा है। दूसरे मैच की पहली पारी में तो कंगारू 85 रन पर आलआउट हो गये थे। होबार्ट टेस्ट में ही ऐसा नहीं हुआ है इससे पहले भी टीमें 100 रन के भीतर आउट हुईं हैं। क्रिकेट के इतिहास में 30 बार ऐसे मौके आये हैं, जब टीमें 100 रन के भीतर सिमट गयी हैं। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बीते एक दशक में सबसे ज्यादा बार 100 रन के भीतर आउट होने वाली 5 टीमों के बारे में बता रहे हैं:
इंग्लैंड- 3 बार
इंग्लैंड टेस्ट टीमों में सबसे मजबूत मानी जाती है। लेकिन बीते एक दशक में अंग्रेज टीम को भी कई बार शर्मिंदगी झेलनी पड़ी है। 100 के भीतर इंग्लैंड तीन बार श्रीलंका, वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के खिलाफ आउट हुई है। हालांकि श्रीलंका के साथ खराब मौसम की वजह से मैच ड्रा हो गया था। लेकिन अन्य दो बार उन्हें बहुत बुरी हार का सामना करना पड़ा था। इंग्लैंड का बीते 10 सालों में न्यूनतम स्कोर वेस्टइंडीज के खिलाफ 51 रन है। साल 2009 में किंग्स्टन में हुए इस मैच में सिर्फ एंड्रू फ़्लिंटॉफ़ ही दोहरे अंक तक पहुँच पाए थे। न्यूज़ीलैंड- 3 बार किवी टीम भी टेस्ट में मजबूत टीमों में से एक है। लेकिन कई बार ऐसे मौके भी आये हैं, जब टीम की बल्लेबाज़ी फिसड्डी साबित हुई है। जिसकी वजह से टीम 100 रन तक नहीं पहुँच पायी है। साल 2013 में केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ न्यूज़ीलैंड 45 रन पर ढेर हो गया था। उसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में किवी 68 रन पर आलआउट हो गये थे। उससे पहले 2009 में न्यूज़ीलैंड वेलिंगटन में पाकिस्तान के खिलाफ 99 रन पर आलआउट हो गया था। इन सभी मैचों में कीवी टीम को बुरी हार का सामना करना पड़ा था। दक्षिण अफ्रीका-4 बार दक्षिण अफ्रीका को दुनिया की सबसे खौफनाक गेंदबाज़ी आक्रमण का सामना करने के लिए जाना जाता है। लेकिन टेस्ट में प्रोटेस टीम भी 100 के अंदर आउट हो चुकी है। दक्षिण अफ़्रीकी टीम बीते एक दशक में 4 बार 100 से कम स्कोर पर ढेर हुई है। जिसमें दो बार भारतीय टीम ने उन्हें आलआउट किया है। इसके अलावा इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया ने भी उन्हें आलआउट किया है। जिसमें नागपुर में भारत के सामने दक्षिण अफ़्रीकी टीम 79 रन पर आलआउट हो गयी थी। जो उनका न्यूनतम स्कोर है। ऑस्ट्रेलिया-5 बार ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले जितनी मजबूत अब नहीं मानी जाती है, लेकिन आज भी कंगारू शीर्ष टीमों में शामिल हैं। हालांकि ऑस्ट्रेलियाई टीम कमजोर ये बीते दशक में 5 बार उजागर हो चुका है। जब टीम 100 रन भी नहीं बना पाई। हाल ही में कंगारू प्रोटेस के सामने होबार्ट में मात्र 85 रन पर ढेर हो गये। साल 2011 में ऑस्ट्रेलियाई टीम को दक्षिण अफ्रीका ने 47 रन पर केपटाउन में ढेर कर दिया था। इसके अलावा इंग्लैंड के सामने 2 बार और पाकिस्तान के सामने एक बार कंगारू 100 का अंदर ढेर हुए हैं। पाकिस्तान-7 बार पाकिस्तान बीते एक दशक में सबसे ज्यादा 7 बार 100 रन के भीतर ढेर हुआ है। हालांकि आज के वक्त में टीम टेस्ट में पाकिस्तान दूसरे नम्बर पर है। पाकिस्तानी टीम को इंग्लैंड ने 4 बार इन 7 में 100 के भीतर ढेर किया है। जबकि दक्षिण अफ्रीका ने दो और लंका ने 1 बार पाकिस्तानी टीम को 100 के अंदर आलआउट किया है। पाकिस्तानी टीम का पिछले 10 सालों में न्यूनतम स्कोर 49 रहा है। जो साल 2013 में प्रोटेस के समाने जोहन्सबर्ग में बनाये थे।