क्रिकेट के मैदान पर किसी टीम के बल्लेबाज का रन बनाना काफी जरूरी होता है। बिना रन बनाए किसी टीम का मैदान पर डट पाना काफी मुश्किल साबित होता है। कई बार ऐसे हालात भी बनते हैं जब पूरी टीम लड़खड़ा जाती है लेकिन कोई एक बल्लेबाज उस हालात में भी टीम के लिए डटा रहता और रन बनाता रहता है। अक्सर ऐसे हालात में वो खिलाड़ी एक छोर से टीम की कमान संभाले रखता है लेकिन दूसरे छोर से उन्हें किसी का साथ नहीं मिल पाता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऐसे ही कई बल्लेबाज हुए हैं जिन्होंने टीम में एकमात्र योद्धा की तरह डटकर विपक्षी टीम के आक्रमण का सामना किया है और रन बनाए हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही टॉप 5 टेस्ट खिलाड़ियों के बारे में जिन्होंने मुश्किल हालात में टीम के लिए रन तो बनाए लेकिन उनके रन टीम के लिए किसी काम न आ सके और आखिर में ज्यादातर मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा:
#5 शिवनारायण चंद्रपॉल, वेस्टइंडीज़
वेस्टइंडीज की क्रिकेट टीम में बल्लेबाज शिवनारायण चंद्रपॉल एक अहम खिलाड़ी के रूप में जगह रखते थे। शिवनारायण चंद्रपॉल ने टीम के लिए कई शानदार पारियां खेली हैं। शिवनारायण चंद्रपॉल कई बार ब्रायन लारा के साथ साझेदारी करते और मिलकर दोनों खिलाड़ी अक्सर टीम के लिए शानदार खेल खेलते थे। हालांकि टेस्ट क्रिकेट में 164 मैच खेलने वाले शिवनारायण चंद्रपॉल के खेले गए 77 मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा है। हारे हुए मैचों में शिवनारायण चंद्रपॉल ने शानदार तरीके से बल्लेबाजी करते हुए 40.07 की औसत से 5370 रन बनाए। इसके साथ ही उन्होंने 9 शतक और 32 अर्धशतक लगाए। कई बार ऐसे मौके आए जब शिवनारायण चंद्रपॉल एक छोर से टीम के लिए रन बनाते रहते लेकिन दूसरे छोर से उन्हें किसी का साथ नहीं मिल पाता था। वेस्टइंडीज के खिलाड़ी खासतौर पर इंग्लैंड का सामना करने में असमर्थ नजर आते थे। वहीं इंग्लैंड के सामने शिवनारायण चंद्रपॉल एक छोर से जमे रहते थे और टीम का स्कोर बोर्ड आगे बढ़ाते रहते थे। शानदार बल्लेबाजी करते हुए भी टीम को हार मिलने के मामले में शिवनारायण का औसत 42.33 रहा है और इनमें से 37 हार उन्हें अपने घरेलू मैदानों पर मिली है।
#4 ब्रायन लारा, वेस्टइंडीज़
ब्रायन लारा वेस्टइंडीज के महानतम खिलाड़ियों में से एक हैं। अपने खेल से ब्रायन लारा हमेशा ही लोगों को चौंका देते थे। हालांकि यह आश्चर्यजनक बात नहीं है कि वेस्टइंडीज के महान खिलाड़ी ब्रायन लारा की पारियों में से आधे से ज्यादा में उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ा है। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 232 मैचों में 52.8 की औसत से 11953 रन बनाये थे, जिसमें से 126 पारी में उनकी टीम को हार मिली है। हालांकि, उनकी टीम के साथी शिवनारायण चंद्रपॉल की तरह ही लारा ने भी कई मुश्किल हालातों में वेस्टइंडीज के लिए शानदार बल्लेबाजी की लेकिन दूसरे छोर से साथ नहीं मिलने के कारण लारा की पिच पर की गई सारी मेहनत बेकार साबित होती। 42.19 की औसत से लारा ने हारे हुए मैचों में 5316 रन बनाए। लारा ने टेस्ट क्रिकेट में 34 शतक लगाए हैं जिनमें से 14 शतक उन्होंने हारे हुए मैचों में लगाए हैं, इनमें से 5 शतक उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगाए हैं। हारे हुए मैचों में उनका औसत 40.97 का रहा है। हालांकि ब्रायन लारा के नाम ही टेस्ट क्रिकेट में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड दर्ज है। ब्रायन लारा के नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 400 रनों की पारी खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है।
#3 सचिन तेंदुलकर, भारत
इंडियन क्रिकेट टीम के लिए सचिन तेंदुलकर का दिया गया योगदान काफी अहम है। सचिन तेंदुलकर ने अपने 24 साल के करियर में टीम के लिए कई अहम रिकॉर्ड बनाए। टेस्ट क्रिकेट में भी सचिन तेंदुलकर के नाम कई अहम रिकॉर्ड दर्ज हैं। सचिन तेंदुलकर के नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रनों के साथ ही सबसे ज्यादा शतकों का रिकॉर्ड भी दर्ज है। हालांकि टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे सफल खिलाड़ी रहने के बावजूद उनकी कई बेहतरीन पारियों के कारण भी टीम को हार का सामना करना पड़ा है। सचिन तेंदुलकर भी कई बार टीम के लिए सिर्फ वन मैन आर्मी की तरह मैदान पर रन बनाते थे। मैदान पर सचिन तेंदुलकर एक छोर से टीम को संभाले रखते थे लेकिन कई मौकों पर उनको दूसरे छोर से साथ नहीं मिल पाता था। हारे हुए मैचों में उनका ऑस्ट्रेलिया में 39.7 और दक्षिण अफ्रीका में 50.84 औसत रहा है। सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट करियर में 51 शतकों का रिकॉर्ड बनाया है। इन शतकों में से सचिन तेंदुलकर ने 11 शतक ऐसे मैचों में बनाए हैं जिसमें टीम को हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि सचिन तेंदुलकर एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने खेल से दूसरे खिलाड़ियों और आने वाली पीढ़ी के लिए कई उदाहरण पेश किए हैं।
#2 एलेस्टेयर कुक, इंग्लैंड
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलेस्टेयर कुक ने भी टीम के लिए कई अहम पारियां खेलकर इंग्लैंड की टीम का मौर्चा संभाला है। इंग्लैंड के लिए खास योगदान देने वाले कुक ने टेस्ट क्रिकेट में टीम के लिए कई शानदार पारियां खेल दर्शकों का मनोरंजन किया है। हालांकि हारे हुए मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों की इस लिस्ट में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलेस्टर कुक ने भी अपनी जगह बनाई है। कुक ने 51 टेस्ट मैचों में 3048 रन बनाए हैं। हारे हुए मैचों में एलेस्टेयर कुक ने 29.88 की औसत से रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने हारे हुए मैचों में 5 शतक भी लगाए हैं। वहीं एलेस्टेयर की ओवरऑल औसत 46.52 की है, जिसमें उन्होंने 32 शतक लगाए हैं। हारे हुए मैचों में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में उनकी औसत 27.17 की रही।
#1 एलेक स्टीवर्ट, इंग्लैंड
इंग्लैड के एक और बल्लेबाज़ एलेक स्टीवर्ट ने भी इस लिस्ट में अपनी जगह बनाई है। एलेक स्टीवर्ट ने 133 मैच खेले हैं और उन्होंने 39.54 की औसत से 2993 बनाए हैं। उनके खेले गए 54 मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा है। हारे हुए मैचों में उनकी औसत 29.93 की रही। अपने खेल से सबको हैरान कर देने वाले एलेक स्टीवर्ट ने टीम के लिए कई बेहतरीन पारियां खेली हैं। मुश्किल हालातों में खेले गए कई मैचों में उन्होंने अकेले टीम का मोर्चा संभाला रखा और रन बनाते गए लेकिन आखिर में अपनी शानदार पारी के बदौलत भी वो टीम की हार नहीं टाल पाते। अपने 12 साल के लंबे करियर में उन्होंने 33 एशेज मैच खेले। इनमें से 22 मैचों में इंग्लैंड की टीम को हार का सामना करना पड़ा। इन मैचों में उनकी औसत 26.43 की रही और इस दौरान उन्होंने 8 अर्धशतक भी लगाए। हालांकि जब इंग्लैंड की पूरी टीम फिसड्डी साबित हुई तब उन्होंने वेस्ट इंडीज के खिलाफ कई अहम पारियां खेली और टीम की जीत में अहम योगदान भी निभाया। लेखक: साराह वारिस अनुवादक: हिमांशु कोठारी