अपने जबरदस्त खेल और कलाईयों के इस्तेमाल की वजह से मशहूर वीवीएस लक्ष्मण 2000 के बाद टीम इंडिया की बल्लेबाज़ी लाइन अप का अहम हिस्सा थे। जब टॉप ऑर्डर पूरी तरह फेल हो जाता था तब उन्होंने टीम इंडिया को तब मैच जिताए। 2010 में मोहाली टेस्ट के दौरान चोटिल लक्ष्मण ने टीम को अकेले दम पर मुसीबत से बाहर निकाला था। लक्ष्मण ने टेस्ट प्रारूप में अक्सर अपनी जबरदस्त पारियों के साथ विपक्ष को खूब परेशान किया है। 2001 में ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ प्रतिष्ठित ईडन गार्डन्स मैदान में उनके शानादार 281 रनों की बदौलत भारत ने यहाँ यादगार जीत अर्जित की थी। हालांकि लक्ष्मण एकदिवसीय मैचों में टेस्ट मैचों की तरह प्रभावी नहीं थे लेकिन फिर भी वह अपने करियर में खेले 86 वनडे मैचों में टीम इंडिया के एक महत्वपूर्ण अंश बने रहे। टेस्ट की तरह ही वनडे में एक अच्छा खिलाड़ी बनने के रास्ते में पिच पर उनका धीमा प्रदर्शन रोड़ा साबित हुआ, जिसके कारण वह कभी भी भारत के लिए किसी भी विश्व कप टीम का हिस्सा नहीं बन पाए। लेखक: कार्तिक सेठ अनुवादक: आशीष कुमार