पहले से ही टेस्ट क्रिकेट की हमेशा से आलोचना की जाती रही है और टी 20 का के आने के बाद इसका बुरा प्रभाव भी टेस्ट क्रिकेट पर पड़ा है। ये हमेशा से ही बहस का विषय रहा है। लेकिन 2016 क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में मील का पत्थर साबित हुआ है। 2016 टेस्ट क्रिकेट में रिकॉर्ड्स से भरा रहा है। वर्ल्ड टी 20, आईपीएल और तमाम टी 20 लीग्स के बावजूद टेस्ट क्रिकेट ने अपनी एक अलग जगह बरकरार रखी। हालांकि टेस्ट क्रिकेट को और ज्यादा रोमांचक बनाने और इस इसे नया रूप देने के लिए इसके साथ कई प्रयोग भी किए गए, मसलन डे –नाइट टेस्ट मैचों का आयोजन भी किया गया। आइए एक नजर डाल लेते हैं इस साल टूटने वाले 5 टेस्ट रिकॉर्ड्स पर: #5 टेस्ट क्रिकेट में ब्रैंडन मैकलम का सबसे तेज शतक पिछले एक दशक के अतंर्राष्ट्रीय करियर में अपनी तूफानी बैटिंग स्टाइल और विकेट के पीछे शानदार कीपिंग की वजह से ब्रैंडन मैकलम के चाहने वालों की फेहरिस्त बेहद लंबी है। मैकलम ने अपने प्रदर्शन के दमपर क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में भी अमिट छाप छोड़ी है। मैकलम ने अपने आखिरी टेस्ट मैच में सफेद जर्सी में टेस्ट क्रिकेट का सबसे शतक लगाया। मैकलम ने अपने 101वें टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। अपना 101वां टेस्ट खेलते ही मैकलम ने एक देश के लिए लगातार सबसे ज्यादा टेस्ट खेलने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। इससे पहले यह रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के ए बी डिविलियर्स के नाम था, जिन्होंने अपने देश के लिए लगातार 98 टेस्ट मैच खेले। मैकलम ने विवियन रिचर्ड्स और मिस्बाह उल हक से दो गेंद कम खेलकर टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने का कारनामा किया। इससे पहले सबसे तेज टेस्ट शतक का रिकॉर्ड संयुक्त रूप से विवियन रिचर्ड्स और मिस्बाह उल हक के नाम था। जब मैकलम बल्लेबाजी करने उतरे तो उस समय न्यूजीलैंड का स्कोर 3 विकेट के नुकसान पर 32 रन था। लेकिन मैकलम ने इसकी परवाह ना करते हुए अपना नेचुरल गेम खेला और ग्राउंड के चारों और दमदार शाट्स लगाए हुए अपनी आखिरी टेस्ट पारी को यादगार बना दिया। #4 सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड के करीब पहुंचे एलिस्टेयर कुक अपने 24 साल के क्रिकेट करियर में सचिन तेंदुलकर ने जो रिकॉर्ड बनाए वहां तक पहुंचना फिलहाल किसी भी बल्लेबाज के लिए संभव नहीं लगता लेकिन इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान एलिस्टेयर कुक जरूर सचिन के इन टेस्ट रिकॉर्ड्स को चुनौती देने के लिए तैयार नजर आते हैं। पिछले 10 साल से टेस्ट क्रिकेट में कुक जिस रफ्तार से रन बना रहे हैं उसे देखकर लगता है कि हम कई बड़े टेस्ट रिकॉर्ड्स टूटते हुए देख सकते हैं। टेस्ट क्रिकेट में सबसे पहले दस हजारी बने सुनील गावस्कर, गावस्कर के बाद ये रिकॉर्ड 11 बल्लेबाज तोड़ चुके हैं। जिनमें कुक सबसे कम उम्र में दस हजार रन बनाने वाले खिलाड़ी बने। कुक ने 31 साल और 157 दिन की उम्र में यह रिकॉर्ड अपने नाम किया। कुक से पहले सबसे कम उम्र में दस हजारी बनने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम था। सचिन ने 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ कोलकाता में 31 साल और 326 दिन की उम्र में यह उपल्बधि हासिल की थी। हालांकि कुक 229 पारियों में इस लैंडमार्क तक पहुंचे थे, जबकि सचिन ने 10 हजार रन बनाने के लिए सिर्फ 195 पारियां खेली थी। फिलहाल न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन ऐसे बल्लेबाज नजर आते हैं जो आने समय में इस रिकॉर्ड को चुनौती दे सकते हैं। केन विलियम्सन टेस्ट खेलने वाले सभी 9 देशों के खिलाफ शतक बनाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी हैं। विलियम्सन ने 25 साल 91 दिन की उम्र में ये कारनामा किया। इतना ही नहीं विलियम्सन ने यहां तक पहुंचने के लिए सबसे कम पारियां खेली। #3 मिस्बाह उल हक ने अपनी पारी के आगे उम्र को बौना साबित किया 42 साल के पाकिस्तानी कप्तान मिस्बाह उल हक ने अपने प्रदर्शन के दमपर टीम के युवाओं को भी जबरदस्त टक्कर दी है। अपने आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति के बल पर वो शतक जमाने वाले सबसे ज्यादा उम्र के कप्तान बने थे। मिस्बाह ने 42 साल की उम्र में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में लॉर्ड्स में शतकीय पारी खेली। इस पारी के साथ ही मिस्बाह ने 1977-78 में बॉब सिंपसन का रिकॉर्ड तोड़ा। वो सबसे ज्यादा उम्र में शतक बनाने छठे क्रिकेटर बने। मिस्बाह ने इंजमामुल हक के बतौर कप्तान सबसे ज्यादा शतकों का रिकॉर्ड भी तोड़ा। साथ ही मिस्बाह 40 साल की उम्र के बाद 5 शतक बनाने वाले भी पहले कप्तान बने। मिस्बाह के पार्टनर यूनिस खान ने भी 35 साल की उम्र के बाद टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक बनाए। #2 रविचंद्रन अश्विन और विराट कोहली के लिए 2016 मील का पत्थर साबित हुआ अश्विन को आईसीसी ने आईसीसी टेस्ट क्रिकेटर और क्रिकेटर ऑफ द ईयर के अवॉर्ड से नवाजा है, जो ये बताने के लिए काफी है कि 2016 में अश्विन सबसे बड़े गेम चेंजर रहे हैं। अश्विन ने गेंद और बल्ले दोनों से धमाल मचाया। अश्विन ने इस साल टेस्ट क्रिकेट में रिकोर्डों की झड़ी लगाई। वो भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 200 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने। जबकि सबसे तेज 200 विकेट लेने वालों की सूची में वो विश्व में दूसरे नंबर पर हैं। 2016 में अश्विन के रिकॉर्ड्स पढ़ने से पहले आप एक लंबी सांस ले लें। अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में लगातार दूसरे साल 50 विकेट चटकाए। अश्विन टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार पाँच विकेट चटकाने के मामले में तीसरे नंबर पर हैं। जबकि एक कैलेंडर ईय़र में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले पहले भारतीय। अश्विन एक कैलेंडर ईयर में 500 से ज्यादा रन बनाने और 50 विकेट लेने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी हैं। अश्विन के टेस्ट कप्तान विराट कोहली के लिए भी ये साल शानदार रहा है। विराट ने इस साल टेस्ट क्रिकेट में तीन दोहरे शतक लगाए हैं। टेस्ट क्रिकेट में ये पांचवी बार है, जब किसी खिलाड़ी ने एक कैलेंडर ईयर में तीन डबल सेंचुरी लगाई हैं और भारत की तरफ से एक कैलेंडर ईयर में तीन डबल सेंचुरी लगाने वाले विराट पहले भारतीय खिलाड़ी हैं। इसके साथ ही बतौर कप्तान भी कोहली का सितारा बुलंद है। कोहली ने एक नया रिकॉर्ड बनाते हुए अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को पिछले 16 महीनों से अपराजेय रखा है। टीम इंडिया अपना आखिरी टेस्ट मैच श्रीलंका के खिलाफ अगस्त 2015 में हारी थी। #1 करूण नायर की मंत्रमुग्ध कर देने वाली पारी करूण नायर ने इंग्लैंड के खिलाफ चेपॉक स्टेडियम में इतनी शानदार पारी खेली कि शायद ही डेब्यू सीरीज में किसी बल्लेबाज के बल्ले ने ऐसी पारी खेली हो। नायर टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक जड़ने वाले भारत के दूसरे बल्लेबाज हैं। अपनी इस ट्रिपल सेंचुरी के बाद करूण नायर ने कई दिग्गज भारतीय बल्लेबाजों को भी पीछे छोड़ दिया है। करूण ने अपने करियर के तीसरे टेस्ट मैच में ही तिहरा शतक जड़ा। नायर अपनी डेब्यू सीरीज में ट्रिपल सेंचुरी बनाने वाले भी पहले बल्लेबाज हैं। नायर 300 रन का आंकड़ा छूने वाले छठे सबसे युवा बल्लेबाज हैं और बॉब सिंपसन और गैरी सोबर्स के बाद अपने पहले ही शतक को तिरहे शतक में तबदील करने वाले तीसरे खिलाड़ी हैं। नायर का यह तिहरा शतक एक भारतीय द्वारा पहला सबसे बड़ा टेस्ट स्कोर था, नयार ने विनोद कांबली के 224 रन के रिकॉर्ड को भी तोड़ा दिया।