इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में संपन्न भारतीय टीम के एक पहलू पर किसी ने ध्यान नहीं दिया वो ख़राब कैचिंग था। उस सीरीज में भारतीय फील्डरों ने निराशाजनक प्रदर्शन करते हुए करीब 20 कैच टपकाए थे। इनमें से अधिकांश कैच नजदीकी फील्डरों के थे। हालांकि, बल्लेबाजों और गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत को कैच गिराने का गलत नतीजा नहीं भुगतना पड़ा और टीम ने आराम से सीरीज जीती। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में भारत की यह कमजोरी फिर उजागर हुई, क्योंकि खिलाड़ियों ने अहम मौकों पर कैच टपकाए। ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में स्टीव स्मिथ को शतक बनाने से पहले कम से कम तीन जीवनदान मिली। हालांकि उनका शतक ऑस्ट्रेलिया के लिए मैच विजयी साबित हुआ। मैट रेनशॉ को भी भारतीय टीम की लचर फील्डिंग का फायदा हुआ। क्रिकेट में एक पुरानी कहावत है, 'कैच पकड़ों मैच जीतो' और अब भारत को सीरीज में जोरदार वापसी के लिए इस पक्ष को महत्ता के साथ सुधारना होगा।