साल 2011 का आईसीसी वर्ल्ड कप भारतीय उपमहाद्वीप में खेला गया था जहां हालात स्पिन गेंदबाज़ों के अनुकूल रहते हैं। इसके बावजूद भारतीय टीम मैनेजमेंट ने प्लेइंग XI में 3 गेंदबाज़ों को शामिल करने का फ़ैसला किया था। इनमें ज़हीर ख़ान, मुनाफ़ पटेल और नेहरा/श्रीशांत शामिल थे। मैनेजमेंट की कोशिश रहती थी कि प्लइंग XI में कम से कम 2 बेतरीन तेज़ गेंदबाज़ मौजूद हों, और तीसरा इन दोनों की गेंदबाज़ी में साथ दे। साल 2019 का वर्ल्ड कप इंग्लैंड में होने जा रहा है। मौजूदा टीम में हार्दिक पांड्या के साथ सिर्फ़ एक और तेज़ गेंदबाज़ की जगह बनती है। मौजूदा टीम में 3 तेज़ होते तो टीम को और ज़्यादा मज़बूती मिलती, लेकिन टीम मैनेजमेंट फ़िलहाल स्पिन जोड़ी युज़वेंद्र चहल और कुलदीप यादव को मौका दे रही है।
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