युवराज सिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज के लिए वापसी कर ली है। युवराज भारतीय वनडे और टी20 टीम के अहम खिलाड़ी रहे हैं। युवराज साल 2013 से वनडे टीम से बाहर चल रहे हैं। टी20 में वह खेलते रहे और लेकिन हर नाकाम पारी के बाद टीम में उनकी वापसी मुश्किल होती गई। गलत समय पर चोटिल होने के कारण भी पिछले साल युवराज को टीम में अपनी जगह गंवानी पड़ी। वापसी के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की, जिसका फल उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और टी20 टीम में शामिल होकर मिला। विराट पहली बार पूर्ण रूप से भारतीय वनडे और टी20 टीम की कप्तानी करेंगे और कप्तान बनते ही उन्होंने युवराज की वापसी करा दी। युवराज के 2013 से बाहर होने के बाद स्थिति काफी बदल गई है। हम आपको वह 5 पल बताते है जो 2013 के बाद घटित हुए: इंग्लैंड ने वनडे का सबसे बड़ा स्कोर बनाया इंग्लैंड की टीम टेस्ट क्रिकेट में शुरुआत से अच्छा प्रदर्शन करती रही है। वनडे में वह अच्छा प्रदर्शन करे इसकी उम्मीद कम ही लोगों को होती थी। इंग्लैंड की टीम वनडे और टी20 में संघर्ष करती नजर आती थी। लेकिन अब एक चीज पर गौर करना जरूरी है, वो है पिछले कुछ सालों में उसका सीमित ओवर क्रिकेट में प्रदर्शन। इंग्लैंड ने सीमित ओवर की क्रिकेट खेलने का तरीका ही बदल दिया। इंग्लैंड का मजबूत मध्यक्रम उनके ओपनर्स को खुल कर बल्लेबाजी करने की छूट देता है। पिछले साल अगस्त में पाकिस्तान के खिलाफ उनकी खतरनाक तेज गेंदबाजों के सामने इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने 444 रन का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा कर दिया। उस मैच में एलेक्स हेल्स से शानदार 171 पारी खेली और बटलर ने तूफानी अर्धशतक लगाकर बता दिया कि वह किसी भी रिकॉर्ड को ध्वस्त करने की क्षमता रखते हैं। दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को एकदिवसीय सीरीज में 5-0 से हराया ऑस्ट्रेलिया ने पिछले दो दशक में विश्व क्रिकेट पर एक तरफा राज किया है। टेस्ट हो या वनडे, उसके सामने कोई भी विरोधी टिक नहीं पाता था। लेकिन अब समय बदल चुका है, साउथ अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को अपने घर में खेली गई वनडे सीरीज में 5-0 से हराकर बता दिया है कि ऑस्ट्रेलिया टीम का वर्चस्व अब खत्म हो गया है। ऑस्ट्रेलिया पूरी सीरीज में एकतरफा मैच हारा, जो दिखाता है कि वर्ल्ड क्रिकेट में अब उसका प्रदर्शन अच्छा नहीं है। अपने क्रिकेट इतिहास में ऑस्ट्रेलिया पहली बार कोई वनडे सीरीज 5-0 से हारा था। ऑस्ट्रेलिया 1980 में इंग्लैंड के खिलाफ 0-2 से हारा था, वहीं 1997 में उसे 3-0 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी, लेकिन 5-0 से हार उसे कभी नहीं मिली थी। दक्षिण अफ्रीका टीम ने ऑस्ट्रेलिया के वर्चस्व को खत्म कर दिया। ऑस्ट्रेलिया ने जीता पांचवां एकदिवसीय वर्ल्डकप ऑस्ट्रेलिया के कप्तान माइकल क्लार्क उन कप्तानी की सूची में शामिल हो गए जिन्होंने अपनी टीम को वर्ल्डकप दिलाया हो। एलन बॉर्डर, स्टीव वॉ, रिकी पोंटिंग के नक्शे कदम पर चलते हुए क्लार्क ने ऑस्ट्रेलिया को वर्ल्डकप जिताया। टूर्नामेंट में क्लार्क कमर की चोट से जूझ रहे थे। लेकिन उन्होंने अपनी टीम का शानदार नेतृत्व किया और साल 2000 के बाद से तीसरी बार वर्ल्डकप का खिताब ऑस्ट्रेलिया को जिताया। वर्ल्डकप में ऑस्ट्रेलिया के सामने भारत, न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका जैसी मजबूत टीमें थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने सभी को हराते हुए खिताब अपने नाम किया। फाइनल में क्लार्क ने 72 गेंद पर 74 रन की कप्तानी पारी खेली और ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट से आसान जीत दिलाई। इसके कुछ समय बाद ऑस्ट्रेलिया के शानदार कप्तान और शानदार बल्लेबाज क्लार्क ने संन्यास ले लिया। एबी डीविलियर्स की रिकॉर्ड तोड़ पारी डीविलियर्स ने 2015 में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे इतिहास की सबसे तूफानी पारी खेलकर बता दिया क्यों वह दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में शुमार हैं। उस मैच में एबी ने वेस्टइंडीज के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। उस पारी की सबसे बड़ी खासियत थी वह बड़े आसानी से गेंद को बाउंड्री के पार पहुंचा रहे थे। स्पिनर्स हो या तेज गेंदबाज वह सबकी धुनाई कर रहे थे। कुछ समय में ही उन्होंने सबसे तेज अर्धशतक, शतक और 150 रन का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। वेस्टइंडीज की टीम एक घंटे में ही मैच से बाहर हो गई। उस मैच में डिविलियर्स ने 16 छक्के लगाए। जेसन होल्डर की 9 गेंदों पर उन्होंने 45 रन ठोंके। युवराज सिंह ने 2014 के आईपीएल में डिविलियर्स के साथ समय बिताया था। उस समय युवराज को बेंगलुरु की टीम ने 14 करोड़ की मोटी रकम देकर खरीदा था। धोनी ने वनडे और टी20 टीम की कप्तानी छोड़ी युवराज सिंह ने जब अपना आखिरी वनडे 2013 में खेला था तो धोनी उस समय कप्तान थे। धोनी ने भारतीय टीम को चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जिताया। उसके बाद जिम्बाव्वे दौरे के लिए धोनी को आराम दिया गया और कप्तानी की जिम्मेदारी विराट कोहली को सौंपी। उसके बाद साल के अंत में साउथ अफ्रीका के खिलाफ धोनी फिर कप्तान के रूप में टीम में शामिल हुए। युवराज ने वनडे टीम में वापसी तो की, लेकिन इस समय परिस्थिति थोड़ी अलग है। अब विराट कोहली टीम की कप्तानी करेंगे और धोनी टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर खेलेंगे। युवराज ने धोनी के साथ अच्छे पलों को शेयर किया। और अब युवराज के विराट कोहली से भी अच्छे संबंध हैं। लेकिन दिल्ली के विराट कोहली की कप्तानी विकेट के पीछे से अलग होगी।