विदेशों में 5 गेंदबाज खिलने की रणनीति कोहली की कप्तानी में भारतीय टेस्ट टीम में गेंदबाजों की महत्ता बढ़ी है। वह विदेश में 5 गेंदबाजों को खिलाते हैं। श्रीलंका और वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने ऐसा किया था। उन्हें इसका फायदा भी मिला है। टीम को 7 मैचों से 4 में जीत हासिल हुई है। वहीं धोनी हमेशा से पार्टटाइम गेंदबाजों से 5वें गेंदबाज़ का कोटा भरते थे। धोनी की ये रणनीति तब कामयाब हुई थी। जब भारत के पास मजबूत गेंदबाज़ी आक्रमण था। लेकिन जब सीनियर गेंदबाजों ने संन्यास लिया तो धोनी की ये चाल बेकार साबित हुई। खासकर विदेशी धरती पर धोनी की असफलता का ये मुख्य कारण था। वहीं अब भविष्य में विराट की कप्तानी से विदेशों में भी सफलता मिलने के असार हैं।