2008 में अंतर्राष्ट्रीय करियर में डेब्यू करने के बाद विराट कोहली अपने करियर में लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। जिस तरह से वो इस वक्त बल्लेबाजी कर रहे हैं अगर उसी तरह करते रहे तो निश्चित ही एक दिन वो दुनिया के महान खिलाड़ियों में शामिल हो जाएंगे। हाल ही में चेज करते हुए वनडे में सबसे ज्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड उन्होंने बनाया। इसके अलावा कोहली ने वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 8 हजार रन बनाने का रिकॉर्ड भी बनाया। इस समय वो वनडे क्रिकेट में 28 शतक लगा चुके हैं और इस तरह से वो तीसरे सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन चुके हैं। शतकों के मामले में उनसे आगे अब सिर्फ मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग हैं। अपने 9 साल के क्रिकेट करियर में कोहली अब तक कई बड़े मुकाम हासिल कर चुके हैं। लेकिन अभी भी कई ऐसी चीजें हैं जो कोहली को अपने क्रिकेट करियर में हासिल करना बाकी है। आइए जानते हैं 5 ऐसी ही चीजों के बारे में। 1.टी-20 वर्ल्ड कप जीतना विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने 2008 में अंडर-19 वर्ल्ड कप का खिताब जीता। इसके बाद कोहली सुर्खियों में आ गए। उनका नेशनल टीम में चयन हुआ और देखते ही देखते वो भारत के सबसे बड़े बल्लेबाजों में से एक बन गए। 2011 की भारत की वर्ल्ड कप विनिंग टीम का वो भी हिस्सा थे। इसके अलावा 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में जब भारतीय टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता तब भी वो भारतीय टीम का हिस्सा थे। वो भारत के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से हैं जो अंडर-19 वर्ल्ड कप, वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी की टीम का हिस्सा रहे। हालांकि विराट कोहली अभी भी टी-20 वर्ल्ड कप की जीत से महरुम हैं। 2007 में जब भारतीय टीम ने पाकिस्तान को हराकर पहला टी-20 वर्ल्ड कप जीता था, तब कोहली ने डेब्यू नहीं किया था। डेब्यू करने के बाद कोहली ने भारत की तरफ से 3 टी-20 वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया लेकिन भारतीय टीम कप नहीं जीत पाई। हालांकि 2014 में भारतीय टीम फाइनल तक जरुर पहुंची लेकिन फाइनल मुकाबले में श्रीलंका के हाथों उसे हार का सामना करना पड़ा। कोहली ने टूर्नामेंट में 6 पारियों में 107 की औसत और 130 की स्ट्राइक रेट से शानदार 319 रन बनाए लेकिन फाइनल हारने के बाद उनकी इस मेहनत पर पानी फिर गया। 2016 में जब भारत में टी-20 वर्ल्ड कप खेला गया उस वक्त कोहली अपने करियर के पीक पर थे। इस बार सभी भारतीय फैंस को इंडियन टीम के जीतने की उम्मीद थी। कोहली ने टूर्नामेंट में बेहतरीन खेल दिखाया और 137 की औसत से 273 रन बनाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 147 का रहा। लेकिन सेमीफाइनल मुकाबले में वेस्टइंडीज से हारने के बाद भारतीय टीम का सफर खत्म हो गया। अगला टी-20 वर्ल्ड कप 2020 में होना है ऐसे में कोहली इस बार जरुर भारतीय टीम को जीत दिलाना चाहेंगे। 2. इंग्लैंड में टेस्ट शतक विराट कोहली ने दुनिया की सभी टीमों के खिलाफ बेहतरीन खेल दिखाया है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में जाकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रन बनाया है। वेस्टइंडीज में जाकर वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने रन बनाया है। वहीं न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका के खिलाफ भी कोहली काफी रन बना चुके हैं। लेकिन एक टीम है जिसके खिलाफ कोहली का बल्ला नहीं बोला है और वो है इंग्लैंड। वनडे मैचो में कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ रन बनाए हैं लेकिन टेस्ट मैचो में उनका बल्ला खामोश रहा है। जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे गेंदबाजों ने उन्हे जमने का मौका नहीं दिया है। 2014 में इंग्लैंड में हुए 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में कोहली 10 पारियों में 13.40 की औसत महज 134 रन ही बना सके। इग्लैंड के खिलाफ कुल मिलाकर कोहली अब तक 25 पारियों में अब तक 977 रन ही बना पाए हैं। अभी तक इंग्लिश टीम के खिलाफ वो एक भी शतक नहीं लगा पाए हैं। इससे पता चलता है कि इंग्लैंड ने कोहली पर कितना डॉमिनेट किया है। हालांकि 2018 में कोहली की कप्तानी में ही भारतीय टीम इंग्लैंड का दौरा करेगी और कोहली उस दौरे पर ये कसर जरुर पूरा करना चाहेंगे। 3. टेस्ट खेलने वाले सभी देशों के खिलाफ टेस्ट शतक विराट कोहली दुनिया के उन चुनिंदा क्रिकेटरों में से एक हैं जो कि आयरलैंड और अफगानिस्तान को छोड़कर दुनिया की सभी टेस्ट प्लेइंग टीम के खिलाफ वनडे शतक लगा चुके हैं। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में अभी उन्हे ये मुकाम हासिल करना बाकी है। कोहली टेस्ट मैचो में पाकिस्तान और जिम्बॉब्वे के खिलाफ अभी तक शतक नहीं लगा पाए हैं। हालांकि इसमे गौर करने वाली बात ये भी है कि कोहली ने अभी तक इन दोनों देशों के खिलाफ कोई भी टेस्ट मैच नहीं खेला है। भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव की वजह से भारतीय टीम पाकिस्तान से कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेल रही है वहीं जिम्बॉब्वे के खिलाफ भारत ने 2005 में आखिरी टेस्ट सीरीज खेला था। टेस्ट मैचो में कोहली अब तक 16 शतक लगा चुके हैं। इसमे से 6 शतक अकेले उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगाए हैं। तीन-तीन शतक उन्होंने इंग्लैंड, न्यूजीलैंड के खिलाफ लगाए हैं। बाकी 4 शतक उन्होंने अलग-अलग देशों के खिलाफ लगाए हैं। हालांकि पाकिस्तान के खिलाफ कोहली जरुर शतक लगाना चाहेंगें। क्योंकि पाकिस्तान के खिलाफ रन बनाना हर भारतीय खिलाड़ी का सपना होता है। अगर भविष्य में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज खेली जाती है तो कोहली इस कमी को जरुर पूरा करना चाहेंगे। 4. टी-20 इंटरनेशनल में शतक 97 टेस्ट पारियों में 16 शतक और 181 वनडे पारियो में 28 शतक किसी भी क्रिकेटर के लिए बेहतरीन आंकडे हैं। हर छह पारियों में शतक लगाना किसी भी क्रिकेटर के लिए आसान नहीं होता है। लेकिन कोहली ने ये कारनामा कर दिखाया है। हालांकि उनके इस कारनामे में एक कमी है और वो है, टी-20 इंटरनेशनल में शतक लगाना। 44 टी-20 पारियों में कोहली अब तक 16 शतक लगा चुके हैं। किसी भी भारतीय द्वारा ये टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में ये सबसे ज्यादा शतक है। नाबाद 90 रन कोहली का टी-20 में सर्वाधिक स्कोर है। कोहली इंडियन प्रीमियर लीग के एक ही सीजन में 4 शतक लगाने का रिकॉर्ड बना चुके हैं। लेकिन बात अगर टी-20 इंटरनेशनल की करें तो अभी उनके बल्ले से एक भी शतक नहीं लगा है। अगर कोहली अंतर्राष्ट्रीय टी-20 मैचो में शतक लगा लेते हैं तो सुरेश रैना, केएल राहुल और रोहित शर्मा के बाद क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाले वो चौथे भारतीय बल्लेबाज बन जाएंगे। 5. टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन बल्लेबाज बनना वनडे और टी-20 मैचो में कोहली की बल्लेबाजी का कोई सानी नही है लेकिन टेस्ट मैचो में अभी उनके बल्ले का पूरा दमखम देखने को नहीं मिला है। भारतीय कप्तान कोहली इस वक्त एकदिवसीय और टी-20 रैंकिंग में नंबर एक पर काबिज हैं। लेकिन टेस्ट मैचो में उन्हे ये मुकाम हासिल करना बाकी है। 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच के बाद जब आईसीसी ने नई रैकिंग जारी की तब कोहली नंबर 2 पर पहुंचे थे। ये उनके करियर की अब तक बेस्ट टेस्ट रैंकिंग है। इस समय कोहली की टेस्ट रैंकिंग नंबर 5 है। उनके इस समय के प्रतिद्वंदी बल्लेबाज जोए रुट, स्टीव स्मिथ, केन विलियम्सन काफी अच्छा खेल रहे हैं। ऐसे में अगर कोहली को टेस्ट का भी नंबर वन बल्लेबाज बनना है तो उन्हे काफी बेहतरीन खेल दिखाना होगा। लेखक-विग्नेश अनंतसुब्रमण्यम लेखक- सावन गुप्ता