युवराज सिंह के पिछले दो शतकों के बीच 5 बड़ी चीजें घटित हुईं

इंग्लैंड के साथ जारी वनडे सीरिज पर विराट कोहली के नेतृत्व में भारत ने धाकड़ अंदाज में कब्जा जमा लिया है। जिसमे कोहली की छाप पूरी टीम पर दिखी। इस सीरिज में ड्रामा, इमोशन और अच्छी कहानी देखने को मिली। अभी पहले दो मैच हुए हैं। केदार जाधव ने जहां पहले मैच में शानदार शतक अपने होम ग्राउंड पर बनाया। उसके बाद कटक में जो हुआ उसे पूरी दुनिया में सराहना मिली। युवराज सिंह और एमएस धोनी ने पुराने दिनों की यादें ताज़ा कर दी। यह भी पढ़े: कैंसर से लड़ाई के समय संन्यास के बारे में सोचने लगे थे युवराज सिंह युवराज सिंह की पारी से बॉलीवुड फिल्म का ट्रेलर बनाया जा सकता है। इस पारी से युवराज सिंह ने वापसी करते हुए सबको भाव विभोर कर दिया। युवराज सिंह ने 6 साल बाद शतक बनाया है, आज हम आपको लेख में इन 6 साल के दरम्यान जो बड़ी चीजें घटित हुईं उनके बारे में बता रहे हैं: आईपीएल मेस जब आईपीएल साल 2008 में शुरू हुआ था, तब युवराज किंग्स इलेवन पंजाब के मार्की खिलाड़ी थे। हालांकि टूर्नामेंट के आगे बढ़ने के बाद काफी बदलाव देखने को मिला। पहली बात आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग का साया देखने को मिला। उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय क्रिकेट में सुधार करने के लिए लोढ़ा पैनल का गठन किया। जिसके बाद चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स को दो साल के लिए आईपीएल से निलम्बित कर दिया गया। उनकी जगह पर राइजिंग पुणे सुपरजायंट और गुजरात लायंस आईपीएल में शामिल की गयीं। हाल ही लोढ़ा पैनल के सुझाव पर सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और अजय शिर्के को बोर्ड से बाहर का रास्ता दिखा दिया। युवराज ने ये सब देखा!!! भारतीय क्रिकेट को फैब फाइव ने अलविदा कह दिया एक समय ऐसा था जब फैब फाइव भारतीय क्रिकेट के पर्याय हुआ करते थे। सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और वीरेंदर सहवाग पूरी दुनिया में क्रिकेट के दर्शकों के पसंदीदा थे। हालांकि जब एक के बाद एक दिग्गजों ने क्रिकेट को अलविदा कहना शुरू कर दिया तो दर्शक और भारतीय क्रिकेट के फैन हैरान हो गये। हालांकि नये खिलाड़ियों ने खुद को साबित करते हुए भारतीय टीम के बदलाव के इस दौर को आसान बना दिया। युवा चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और कप्तान विराट कोहली भारत के नये मैच विनर खिलाड़ी बने। एमएस धोनी ने भारतीय टीम की कप्तानी छोड़ी युवराज और धोनी ने भारत को कई ऐतिहासिक मैच जिताने का काम किया। युवराज सिंह ने साल 2007 के टी-20 वर्ल्डकप में और साल 2011 के वर्ल्डकप में बेहतरीन प्रदर्शन किया, तब भारत के कप्तान धोनी ही थे। हालांकि कटक में जब एक बार फिर धोनी और युवराज भारत के लिए इतिहास लिख रहे थे। तब धोनी भारत के कप्तान नहीं थे। झारखण्ड राज्य से आने वाले धोनी ने साल 2014 में टेस्ट की कप्तानी छोड़ी और हाल ही में उन्होंने सीमित ओवर की भी कप्तानी छोड़ दी है। रोहित शर्मा ने 2 दोहरे शतक ठोंके भारतीय क्रिकेट ने विश्व क्रिकेट में महान बल्लेबाज़ देने का काम किया है। उसी में से एक प्रतिभावान खिलाड़ी रोहित शर्मा है। दायें हाथ के स्टाइलिश बल्लेबाज़ रोहित ने भले ही अपनी प्रतिभा से निरंतर अच्छा न खेलकर न्याय खासकर टेस्ट में नहीं किया है। लेकिन धोनी की कप्तानी में जब उन्हें बतौर सलामी बल्लेबाज़ खेलने का अवसर मिला तो रोहित शर्मा ने अपनी छाप छोड़ी। अपना दिन होने पर वह एक बेहतरीन मैच विनर साबित हुए हैं। वनडे में अबतक उनके नाम दो दोहरे शतक हैं। बंगलौर में रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला और कोलकाता में श्रीलंका के खिलाफ रोहित ने दूसरा दोहरा शतक बनाया है। विराट कोहली ने 22 शतक बनाये भारत के मौजूदा रन मशीन विराट कोहली जो सभी प्रारूप में भारत के कप्तान हैं। जिनकी तुलना टेस्ट में केन विलियमसन, जो रूट और स्टीवन स्मिथ से होती है। हालांकि वनडे में विराट ने अबतक 27 शतक ठोंककर सबसे आगे हैं। विराट लगातार रन बना रहे हैं। सीमित ओवर में विराट ने 22 शतक बनाये हैं। तब जाकर युवराज सिंह ने ये हेरोइक प्रदर्शन किया है।