रणजी ट्राफी के फाइनल में दोनों पारियों में शतक
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट भले ही घरेलू क्रिकेट से बहुत अलग हो लेकिन आधुनिक युग में घरेलू क्रिकेट में ही खिलाड़ी खुद को उस स्तर का बनाते हैं। भारत में रणजी ट्राफी घरेलू क्रिकेट की लाइफलाइन है। हालाँकि रोहित शर्मा ने इसे ज्यादा नहीं खेला है। लेकिन उनके नाम यहाँ एक अच्छा रिकॉर्ड दर्ज है। जो अन्य पांच खिलाड़ियों के नाम ही दर्ज है। साल 2008/9 में उत्तर प्रदेश के खिलाफ रणजी फाइनल में रोहित ने दोनों पारियों में शतक जड़ा था। वह ऐसा करने वाले छठे खिलाड़ी थे। जिनमे तीन आगे चलकर दिग्गज खिलाड़ी बने। ये रिकॉर्ड सचिन के नाम भी दर्ज है। इसके अलावा मुश्ताक अली और विजय हजारे ने भी ये कारनामा किया था। होलकर की तरफ से खेलते हुए पहली बार ये रिकॉर्ड मुश्ताक अली ने बॉम्बे के खिलाफ 1944/45 में बनाया था। जहाँ उनकी टीम 374 रनों से हार गयी थी। 6 साल बाद हजारे ने इसे दोहराया था। राजस्थान के लिए हनुमंत सिंह ने और दिल्ली के लिए सुरिंदर खन्ना ने ये रिकॉर्ड बनाया था। साल 1994/95 में सचिन ने ये रिकॉर्ड भी अपने नाम किया था। लेखक-श्रीहरी, अनुवादक-मनोज तिवारी