किक्रेट प्रेमियों के लिए टेस्ट मैच का भी अलग ही मजा है। सीमित ओवरों के खेल की तरह इसमें जीत और हार के अलावा ड्रा का मौका भी खिलाड़ियों के पास रहता है। जोकि क्रिकेट के इस प्रारूप को दिलचस्प बना देता है, भले ही कोई भी टीम हार से बचने के लिए ही ड्रा करवाती है लेकिन कई बार ड्रा के चक्कर में मैच काफी नाजुक मोड़ पर आ जाता है।
टेस्ट मैच में अगर कभी बारिश हो जाती है तो दर्शक उस मैच से अपना ध्यान हटा लेते है लेकिन कई बार वही रुका हुआ मैच बारिश की वजह से नया मोड़ ले लेता है और खेल का नतीजा ही बदल जाता है।
इस तरह की अनिश्चितता ही टेस्ट मैचों में रोमांच जिंदा रखे हुए है। बारिश के अलावा कई बार कम रोशनी भी मैच को बीच मे खत्म करने की वजह बनती है। हाल में ही ईडन गार्डन्स में श्रीलंका के खिलाफ हुए मैच में भी हमें इसी तरह का नज़ारा देखने को मिला। लेकिन यह भारत के लिए कोई पहला मौका नहीं था कि ऐसा हुआ है भारत कई बार इस तरह कि स्थिति से गुजर चुका है ।
इस तरह के मैचों में भारत को कई बार ड्रा का सामना करना पड़ा है तो कई बार परिणाम उसके विपरीत भी गए हैं। यहाँ हम ऐसे ही 5 मैचों के जिक्र कर रहे है।
#5 भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया- मेलबर्न ,1985
भारत की टीम ने ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर कभी भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है लेकिन एक बार ऐसा मौका 1985 में बॉक्सिंग टेस्ट मैच में आया था पर उस वक्त बारिश भारतीय टीम के लिए खलनायक बन गए थी ।
जब बारिश की वजह से मैच रुका था तब काफी ओवरों का खेल बचा हुआ था। भारत ने ऑस्ट्रेलिया की टीम को पहली पारी में 262 पर समेत दिया था और जवाब में 445 रन बना कर बढ़त हासिल कर ली और विरोधी टीम की दूसरी पारी भी भारत ने 308 पर रोक दी।
भारत को अंतिम दिन जीत के लिए केवल 126 रन चाहिए थे। लेकिन खेल बारिश की वजह से शुरू नहीं हो पाया और जब बारिश थमी तब भारत ने अपने दोनों सलामी बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर और श्रीकांत को खो दिया और ऑस्ट्रेलिया को खेल में वापसी का मौका मिला लेकिन थोड़ी हो देर में बारिश फिर शुरू हो गई और भारत का स्कोर उस समय 59/2 था, इसके बाद बारिश नहीं रुकी और मैच ड्रा हो गया। इस तरह भारत के हाथ से एक सुनहरा मौका बारिश ने छीन लिया।
#4 भारत बनाम इंग्लैंड- लॉर्ड्स, 1971
वेस्टइंडीज को हराकर जब पहली बार भारत टेस्ट सीरीज जीतने की उम्मीद से इंग्लैंड के दौरे पर गया था। तब लॉर्ड्स के मैदान पर पहले मुकाबले में जीत के काफी करीब भी आ चुका था। हालांकि फिर बारिश के वजह से खेल ही बदल गया था।
भारत ने इंग्लैंड को पहली पारी में 304 रनों पर रोक लिया, जिसमें बिशन सिंह बेदी ने 4/70 और चंद्रशेखर ने 3/110 का काफी अहम योगदान था। जवाब में टीम इंडिया 313 रन बनाकर बढ़त बनाने में सफल रही थी।
श्रीनिवास वेंकटराघवन की शानदार गेंदबाजी की बदौलत भारतीय टीम इंग्लैंड की दूसरी पारी को 191 पर समेटने में सफल हुई थी। भारत के सामने अब जीत के लिए 183 रनों के आसन सा लक्ष्य था। भारत मैच में 101 रन पर 4 विकेट जैसी स्थिति में था लेकिन बारिश से मैच थम गया और जब खेल वापस शुरु हुआ तो भारत का स्कोर142-8 हो गया और उसपर हार का खतरा मंडराने लगा, पर फिर बारिश ने आकर 145-8 पर मैच रोक दिया और मैच ड्रा हुआ।
इस पहले मैच में ड्रा के बाद भारत 1-0 से टेस्ट सीरीज जीतने में कामयाब रहा था।
#3 भारत बनाम पाकिस्तान- बैंगलौर, 2007
तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत अपनी घरेलू सरजमीं पर बेंगलुरु के मैदान पर 1-0 की बढ़त से फाइनल टेस्ट खेलने पहुंचा था।
सौरव गांगुली (239),युवराज (169) और इरफान पठान (102) की शानदार पारियों की मदद से भारत ने 626 रन बनाए और जवाब में पाकिस्तान टीम 537 पर सिमट गई थी और मैच ड्रा की ओर बढ़ता नज़र आ रहा था।
भारत ने दूसरी पारी 284 बनाये और पाकिस्तान के सामने 47 ओवरों में 374 रन का लक्ष्य रखा जो मुमकिन नहीं था। पाकिस्तान के ओपनर सलमान बट्ट और यासिर हामिद ने पहले विकेट के लिए 44 रन जोड़े लेकिन उसके बाद भारतीय कप्तान अनिल कुंबले ने जिम्मेदारी संभाली और पाकिस्तान को एक के बाद एक झटके देने शुरू कर दिए। कुम्बले के 5 विकेट और युवराज सिंह के 2 विकेट की वजह से 35 ओवरों में पाकिस्तान का स्कोर 154-7 हो गया और टीम मुश्किल में दिखने लगी।
खेल में अभी 11 ओवर बाकी थे और भारत की जीत आसान लग रही थी पर कम रोशनी के कारण मैच में बीच रोकना पड़ा और मैच को ड्रा करार दे दिया गया भारत अपने चिरप्रतिद्वंद्वी से जीतते-जीतते रह गया था। भारत और पाकिस्तान ने इस मैच के बाद फिर अभी तक कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है।
#2 भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका-1997, जोहान्सबर्ग
भारतीय टीम 1996-97 में 3 टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए दक्षिण अफ्रीका दौरे में पर थी। जहां सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में सीरीज का अंतिम मैच जोहान्सबर्ग में खेल गया। भारत पहली पारी में राहुल द्रविड़ (148) और सौरव गांगुली (73) की शानदार बल्लेबाजी के दमपर 410 रन बनाने में कामयाब रहा।
जवाब में दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 321 पर सिमट गई। भारत की तरफ से जवागल श्रीनाथ ने 5 विकेट हासिल किये। बार-बार हो रही बारिश के बीच भारत ने अपनी दूसरी पारी 228-8 के स्कोर पर पारी घोषित कर दी
मेज़बान को अंतिम पारी में 356 रन का लक्ष्य मिला था । एक समय मैच में प्रोटियाज़ टीम 77-5 के स्कोर पर कठिन हालात में नज़र आ रही थी लेकिन बारिश की वजह से खेल रोकना पड़ा। अंतिम दिन जब खेल देरी से शुरू तो भारत ने मेज़बानों को लगातार झटके दिए और उनका स्कोर 95/7 हो गया। लेकिन, लांस क्लूजनर की साहसिक पारी की वजह से अफ्रीका मैच बचाने में कामयाब हो गया और मैच 4 ओवरों पहले ही खराब रोशनी की वजह से खत्म हो गया। उस समय उनका स्कोर 228-8 था। इस तरह बारिश से भारत की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था।
#1 भारत बनाम इंग्लैंड- लॉर्ड्स, 2007
इंग्लैंड के विरुद्ध एक और टेस्ट सीरीज में लॉर्ड्स के मैदान पर एक और रोमांचक मुकाबला हुआ जोकि टेस्ट सीरीज में काफ़ी महत्व रखता था। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए एंड्रू स्ट्रॉस के 96 और कप्तान माइकल वॉन के 79 रनों की मदद से 298 बनाये।
जवाब में खेलने उतरी भारतीय बल्लेबाजी जेम्स एंडरसन और रेयान साइडबॉटम की घातक गेंदबाजी के सामने टिक नहीं पाई और पूरी टीम 201 पर पवेलियन लौट गई। मैच का रुख इंग्लैंड की तरफ था और उसने दूसरी पारी में 282 रन बनाकर भारत को अंतिम पारी में 380 का विशाल लक्ष्य दिया था।
भारत का स्कोर चौथे दिन का खेल खत्म होने तक 137-3 रन था, पर अंतिम दिन शुरुआती झटकों की वजह से टीम इंडिया का स्कोर 145-5 हो गया और उसके ऊपर हार का खतरा मंडराने लगा।
भारत अंतिम दिन बारिश और धोनी की जुझारु 259 गेंदों पर नाबाद 76 रनों की पारी के कारण मैच ड्रा कराने में सफल हो गया। जब मैच रुक तो भारत का स्कोर 282-9 और धोनी के साथ श्रीसंत अंतिम बल्लेबाज बचे थे।
इस तरह एक ऐसे में जहाँ हार सामने नज़र आ रही थी भारतीय टीम उसे रोमांचक तरीके से ड्रा करने में कामयाब हो गयी।
लेखक: सोहम अनुवादक: ऋषिकेश