2012 के एशिया कप से ही सही मायने में बांग्लादेशी क्रिकेट टीम वर्ल्ड क्रिकेट में उभरकर आना शुरु हुई। बांग्लादेश क्रिकेट इतिहास के लिए 2012 का एशिया कप टर्निंग प्वॉइंट साबित हुआ। एशिया कप में बांग्लादेश के खिलाफ मैच में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपना शतकों का शतक पूरा किया। उन्होंने अपना सौंवा शतक बांग्लादेश के खिलाफ जड़ा। लेकिन कहीं ना कहीं सचिन का ये शतक भारतीय टीम पर भारी पड़ गया। जिस तरह से सचिन ने अपना शतक जड़ा उससे भारतीय टीम टोटल स्कोर से 20 से 30 रन पीछे रह गई। हालांकि इन सबके बीच हमे तारीफ बांग्लादेशी कप्तान मुशफिकुर रहीम की करनी होगी जिन्होंने भारत के जबड़े से मैच छीन लिया। जब वो बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर उतरे तब बांग्लादेश को लगभग 10 की औसत से 134 रनों की जरुरत थी। मुशफिकुर ने तेजी से रन गति को बढ़ाना शुरु किया और महज 25 गेंदो पर ही 46 रन बना डाले। दुनिया के बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक शाकिब-अल-हसन ने उनका साथ बखूबी निभाया और 31 गेंदों पर ताबड़तोड़ 49 रन बनाए। इन 2 बेहतरीन पारियों की बदौलत बांग्लादेश ने भारत को दूसरी बार हरा दिया।