दिनेश कार्तिक भारतीय टीम में फिर से वापस आ गये हैं, एक बार फिर वापसी करना तमिलनाडु के इस खिलाड़ी के करियर में कोई नही बात नही। घरेलू सर्किट में मजाक मजाक में वो रनों का अंबार खड़ा कर देते हैं, फिर उन्हें भारतीय टीम में मौका मिलता है और फिर से वो कहीं खो जाते हैं। हालांकि, अगले विश्व कप से पहले खिलाड़ियों के पूल का निर्माण करने में जुटे राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के द्वारा कार्तिक को यह मौका मिलना उनकी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं के लिये एक बड़ा मौका है। यहाँ हम 5 ऐसे मौकों पर नज़र डाल रहे जब कार्तिक ने भारतीय टीम में वापसी की, वो भी तब जब लोग सोच भी नही रहे थे:
# भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका 2010
एक ऐतिहासिक श्रृंखला जिसमे सचिन तेंदुलकर एकदिवसीय क्रिकेट में दोहरा शतक बनाने वाले पहले व्यक्ति बने, दिनेश कार्तिक ने चुपचाप दूसरे छोर पर खड़े होकर अपने रन बनाए।
दूसरे मैच में, जब सचिन के साथ दूसरे छोर पर खेल रहे थे, कार्तिक ने अपने मौके को जाने नही दिया था क्योंकि उन्होंने दूसरे छोर पर शानदार 79 रन बनाये थे और दूसरे विकेट के लिए तेंदुलकर के साथ 194 रन की साझेदारी की।
श्रृंखला के लिए उनका चयन अपेक्षित नहीं था, लेकिन न जाने कैसे एक विकल्प के तौर पर उस श्रृंखला में उनका चयन हुआ, और कार्तिक ने अपने प्रदर्शन से किसी को निराश भी नही किया था।# 4 भारत का दक्षिण अफ्रीका दौरा 2006
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक और श्रृंखला, जब एक युवा दिनेश कार्तिक को उनके एकदिवसीय कैरियर की निराशाजनक शुरूआत के बाद हटा दिया गया। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका के दौरे के लिए उन्हें उस एकदिवसीय टीम में शामिल किया गया था जो दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज़ी के सामने संघर्ष करती ही नज़र आयी थी।
कार्तिक भी, इस खुद को मिले मौके लाभ नही उठा सके और वह तीन पारियों में केवल 14, 17 और 11 के स्कोर ही बना सके थे। भारत का यह दौरा भी बेहद निराशाजनक रहा था और 5 मैचों की श्रृंखला को टीम 4-0 से हार गई थी।# 3 चैंपियंस ट्रॉफी, 2013
करीब तीन साल के लिए टीम से बाहर रहने के बाद, दिनेश कार्तिक को इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस के साथ लाजवाब सीजन के बाद चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया था।
उन्होंने अपना फॉर्म टूर्नामेंट में जारी रखा और टूर्नामेंट से पहले दो गर्म-अप गेम्स में दो शतकों के साथ अपना इरादा स्पष्ट कर दिया। इस प्रकार उन्होंने नंबर 4 पर अपना स्थान पक्का कर दिया और अगले दो सत्र के लिए टीम में बने रहे, और उनके फॉर्म में गिरावट आने का समय शुरू ही हुआ था कि उन्हें राष्ट्रीय टीम से एक बार फिर से निकाल दिया गया।# 2 चैंपियंस ट्रॉफी, 2017
अपने आखिरी मैच में एक मैच जीतने वाली अर्धशतकीय पारी खेलने के बाद भी, श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला के लिए कार्तिक को एकदिवसीय टीम में शामिल नहीं किया गया था। यह इसलिए भी काफी निराशाजनक था क्यूंकि नंबर 4 का स्पॉट अभी तक पक्का भी नही हुआ है। कार्तिक ने दलीप ट्रॉफी के फाइनल में शतक बना कर चयनकर्ताओं को जवाब दिया और अपने खेल से सभी को प्रभावित कर अपने दम पर वापसी की। न्यूजीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में उन्हें एक और मौका मिलता नजर आ रहा है और इस बार उन्हें रनों का पहाड़ खड़ा करना होगा और टीम में जगह पक्की करनी होगी।