#4 मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी), मेलबर्न 2011
भारत ने 2011-12 में ऑस्ट्रेलिया दौरा किया जिसमें बॉक्सिंग डे टेस्ट ने लोगों में जोश बढ़ा दिया। हमेशा की तरह श्रृंखला की शुरुआत से पहले माइंड गेम और स्लेजिंग की शुरूआत पहले ही हो चुकी थी। भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 333 रनों पर समेटकर अपने इरादे जता दिए थे। इसके जवाब में भारतीय टीम ने शुरुआत भी अच्छी की और 3 विकेट के नुकसान पर 214 रन बना लिए। हालांकि यहीं से मैच का पासा पलट गया। बेन हिल्फेनहास और पीटर सिडेल ने घातक गेंदबाजी करते हुए भारतीय टीम को 282 रनों पर समेट दिया और ऑस्ट्रेलियाई टीम को 51 रनों की बढ़त दिला दी। हालांकि दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाजों ने कमाल की गेंदबाजी करते हुए 27 रनों तक ऑस्ट्रेलिया के 4 विकेट चटका दिए और 166 रन तक कंगारु टीम के 8 बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया। हालांकि माइकल हसी ने पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ मिलकर स्कोर को 240 के पार पहुंचा दिया। 292 रनों का पीछा करते हुए भारतीय बल्लेबाजों ने एक के बाद एक सरेंडर कर दिया और पूरी टीम सिर्फ 169 रन पर धराशायी हो गयी। ऑस्ट्रेलिया ने पहले टेस्ट को 132 रन से जीतकर 1-0 से सीरीज में बढ़त बना ली। भारत पहली पारी में अच्छी बल्लेबाजी करने में नाकाम रहा और वहीं दूसरी पारी की बढ़त को खत्म करने में असफल रहा जिससे एमसीजी में एक टेस्ट जीतने का सुनहरा मौका गंवा दिया।