कप्तान के तौर पर विराट कोहली का ये पहला आईसीसी टूर्नामेंट था। टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और फाइनल तक पहुंची। जहां उसका मुकाबला चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान से था। मैच से पहले भारतीय टीम सबकी फेवरिट थी। क्योंकि लीग मैच में भारतीय टीम पाकिस्तान को हरा चुकी थी। कप्तान कोहली ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने उम्मीद के उलट काफी शानदार बल्लेबाजी की और 50 ओवरो में 338 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। पाकिस्तान की तरफ से युवा बल्लेबाज फखर जमान ने शानदार शतक जड़ा। भारत की मजबूत बल्लेबाजी को देखकर लग रहा था कि भारतीय टीम ये लक्ष्य हासिल कर लेगी। लेकिन पाकिस्तान के पेसर मोहम्मद आमिर ने भारत के टॉप ऑर्डर को ध्वस्त कर भारतीय फैंस को करारा झटका दिया। ओपनर रोहित शर्मा को पहले ही ओवर में आउट करने के बाद आमिर ने अगला शिकार भारत के इस वक्त के सबसे बड़े प्लेयर और चेजमास्टर विराट कोहली को बनाया। कोहली से भारतीय टीम को सबसे ज्यादा उम्मीद थी लेकिन आमिर ने उनको चलता कर पाकिस्तानी टीम की जीत सुनिश्चित कर दी। पाकिस्तान ने 180 रनों के बड़े अंतर से भारत को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया।