क्रिकेट में आज अगर रन मशीन के बारे में बात की जाए तो विराट कोहली का नाम सबसे आगे होता है। भारतीय क्रिकेट टीम के तीनों फॉर्मेट के कप्तान विराट कोहली जबरदस्त फॉर्म में हैं और लगातार रन स्कोर कर रहे हैं। कम समय में ही विराट कोहली ने काफी शोहरत हासिल कर ली। अपने एकदिवसीय क्रिकेट करियर में विराट कोहली ने 208 मुकाबले खेले हैं और 58.10 की औसत से 9588 रन स्कोर किए हैं। इसके साथ ही विराट कोहली के नाम वनडे क्रिकेट में 35 शतक और 46 अर्धशतक भ दर्ज हैं। हालांकि कई ऐसे मौके भी आए हैं जब विराट कोहली नर्वस 90 का शिकार हो गए हों। अपने एकदिवसीय करियर में विराट पांच बार नर्वस 90 का शिकार हुए हैं। आइए जानते हैं विराट कोहली की इन्हीं पांच पारियों के बारे में।
91 बनाम बांग्लादेश, ढाका, 2010
साल 2010 में बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए मुकाबले में विराट कोहली पहली बार एकदिवसीय क्रिकेट में नर्वस 90 का शिकार हुए थे। इस मुकाबले में बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले खेलते हुए 6 विकेट के नुकसान पर 296 रन बनाए थे। जवाब में भारत की ओर से विराट कोहली मैदान पर जम गए और अर्धशतक लगा डाला। विराट अपनी शानदार पारी के चलते शतक के करीब पहुंच चुके थे। लेकिन 35वें ओवर में विराट कोहली 91 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर शाकिब अल हसन को उन्हीं की गेंद पर कैच दे बैठे थे। हालांकि विराट कोहली के आउट होने के बाद एमएस धोनी के नाबाद 101 और रैना के 51 रनों की मदद से टीम इंडिया ने मैच 6 विकेट से जीत लिया था।
94 बनाम वेस्टइंडीज़, किंगस्टन, 2011
साल 2011 में भारत ने पांच एकदिवसीय मैचों के लिए वेस्टइंडीज का दौरा किया। शुरुआती तीन मैचों को जीतकर भारत पहले ही सीरीज को अपने नाम कर चुका था। हालांकि चौथे मुकाबले में भारतीय टीम को 103 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं फाइनल मुकाबले में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। इस मुकाबले में भारत को 21 रन के स्कोर पर ही दो झटके लग चुके थे। इसके बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा ने स्कोर बोर्ड को आगे बढ़ाया। हालांकि विराट कोहली इस मैच में 94 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर रन आउट हो गए थे। टीम इंडिया ने पहले खेलते हुए 251 रन बनाए थे। इस मैच में विराट कोहली के करियर में दूसरा मौका आया था जब वो नवर्स 90 का शिकार हो गए थे। वेस्टइंडीज ने यह मुकाबला सात विकेट से जीत लिया था।
99 बनाम वेस्टइंडीज़, विशाखापट्टनम, 2013
क्रिकेट के खेल में महज एक रन से शतक से चूक जाना काफी निराशाजनक रहता है। विराट कोहली के साथ भी ऐसा हो चुका है। साल 2013 में विशाखापट्टनम में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए मुकाबले में विराट कोहली के साथ यह घटना हुई। इस मुकाबले में रोहित शर्मा के 12 रनों पर आउट हो जाने के बाद विराट कोहली ने कमान संभाली। विराट ने युवराज सिंह और सुरेश रैना के साथ मिलकर कई अहम साझेदारियों को अंजाम दिया और टीम का स्कोर सात विकेट के नुकसान पर 288 रन पर पहुंचा दिया। हालांकि 40वें ओवर की आखिरी गेंद पर कोहली 99 रन के स्कोर पर आउट हो गए। यह पहला मौका था जब विराट कोहली 99 रन पर आउट हुए थे और विराट कोहली इस मैच में अपने करियर में तीसरी बार नर्वस 90 का शिकार हुए थे। आखिर में वेस्टइंडीज ने भारत को इस मुकाबले में हरा दिया था।
91 बनाम ऑस्ट्रेलिया, पर्थ, 2016
साल 2016 में भारत ने पांच एकदिवसीय सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया। विराट कोहली के अलावा कोई भी भारतीय खिलाड़ी इस सीरीज में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया, जिसके कारण भारत ने इस सीरीज को 1-4 से गंवा दिया था। इस सीरीज में विराट कोहली ने दमदार प्रदर्शन कर टीम की जीत के लिए हर एक प्रयास किया लेकिन सब बेकार गया। इस सीरीज के पहले मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के 9 रन पर आउट हो जाने के बाद विराट कोहली ने कमान संभाली। कोहली ने रोहित शर्मा के साथ मिलकर स्कोर बोर्ड को आगे बढ़ा और 207 रनों की साझेदारी को अंजाम दिया। हालांकि कोहली 91 रन के स्कोर पर खेलते हुए फॉकनर की गेंद पर आउट हो गए और चौथी बार अपने एकदिवसीय करियर में नर्वस 90 का शिकार बने। रोहित शर्मा ने इस मुकाबले में नाबाद 171 रन की पारी खेली थी। इस मुकाबले में भारत को हार का सामना करना पड़ा था।
92 बनाम ऑस्ट्रेलिया, कोलकाता, 2017
साल 2017 में ऑस्ट्रेलिया ने भारत का दौरा किया। इस दौरे के दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। इस मुकाबले में रोहित शर्मा सात रन बनाकर ही आउट हो गए थे। जिसके बाद इस बार भी टीम को बचाने के लिए विराट कोहली मैदान पर आए और टिककर बल्लेबाजी करने लगे। इस मैच में भी विराट कोहली शतक की तरफ कदम बढ़ा चुके थे, लेकिन विराट शतक पूरा नहीं कर सके। विराट कोहली ने 107 गेंदों में 92 रनों की पारी खेली और एक बार फिर वो शतक बनाने से चूक गए। विराट फिर नर्वस 90 का शिकार बन गए। यह कोहली के करियर में पांचवी बार था जब वह एकदिवसीय क्रिकेट में 90 के फेर में फंस गए थे। भारत ने इस मैच में 252 रन बनाए और कुलदीप यादव की शानदार हैट्रिक के कारण भारत ने यह मैच 50 रन से अपने नाम कर लिया। लेखक: कौशिक तुर्लापति अनुवादक: हिमांशु कोठारी