क्रिकेट कभी विवादों से दूर नहीं रहा है। समय-समय पर खिलाड़ी अपने आचरण के कारण खुद को मुसीबत में डालते रहे हैं। मैच फिक्सिंग से लेकर हिंसक और गलत शब्दों के प्रयोग तक, कुछ बेहतरीन खिलाड़ियों के प्रतिबंध के पीछे कई अनगिनत कारण रहे हैं। हालांकि, ऐसा कई बार हुआ है जब कुछ खिलाड़ियों को एक या दो मैच के लिए तो कभी-कभी पूरी श्रृंखला के लिए अजीबोंगरीब तरीके से निलंबित कर दिया गया है और कोई भी इन निर्णयों के पीछे तर्क को समझ नहीं सका है। यहां पांच उदाहरण दिए गए हैं जब खिलाड़ियों को विचित्र कारणों से प्रतिबंधित कर दिया गया था। #5 एंड्रयू साइमंड्स
साइमंड्स हमेशा से ही अपने मछली पकड़ने के शौक के लिए फेमस रहे हैं लेकिन अपने शौक को क्रिकेट के साथ मिक्स करने का विचार अच्छा नहीं रहा। बात 2008 की है जब टीम मीटिंग छोड़ कर साइमंड्स ने मछली पकड़ने के लिये जाने का फैसला किया। बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले टीम को एक बैठक के लिए बुलाया गया था जिसके बाद एक वैकल्पिक प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया था। साइमंड्स को बैठक के बारें में जानकारी नहीं थी और उन्होंने अपनी मछली पकड़ने की योजनाओं का पूरा करने के लिये जल्दी निकल गये। इस घटना के बाद ऑलराउंडर का स्वागत नहीं किया गया बल्कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता साबित करने के लिए उन्हें एक महीने के साथ घर वापस भेजा दिया गया। यह निर्णय लिया गया कि सायमंड्स को मैदान के बाहर कुछ समय दिया जाएगा ताकि खेल में फिर से अपना ध्यान केंदित कर सके। इस घटना के बाद भारत के खिलाफ होने वाले मैच उनकी उपस्थिति भी अनिश्चित थी। #4 शाहिद अफरीदी
यह पाकिस्तान ऑलराउंडर क्रिकेट में विवादों का पसंदीदा खिलाड़ी रहा है। जब पाकिस्तान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला में अपना अंतिम एकदिवसीय मुकाबला खेल रहा था, तब अफरीदी को गेंद को काटते हुए पकड़ा गया था। वह राना नावेद उल हसन के साथ चल रहे थे तब उनकी यह घटना कैमरे में कैद हो गयी। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल के गेंद को छेड़छाड़ करने वाले नियम का उल्लंघन किया। इन नियमों के अनुसार, 'गैरकानूनी साधनों के माध्यम से गेंद की स्थिति बदलने की कोई भी कोशिश खिलाड़ियों द्वारा संहिता का उल्लंघन है और सजा के लिए उत्तरदायी है।‘ जल्द ही मैच रेफरी रंजन मदुगले इस मामले में शामिल हुए जब मैदानी अंपायर और तीसरे अंपायर ने आपत्ति व्यक्त की और आईसीसी के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप लगाया। नियमों के उल्लंघन के बाद अफरीदी को दो टी-20 मैच के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया। बाद में, उन्होंने स्वीकार किया कि मैच की गर्मागर्मी के कारण उन्होंने गलती की और उसी के लिए माफी मांगी। #3 कपिल देव
1993-94 सीजन अपने पूरे करियर के दौरान भारत की तरफ से खेले गये 132 मैचों में कपिल देव को सिर्फ एक मैच खेलने को नहीं मिला। जो एक मैच उन्हें खेलने को नहीं मिला वह बैन के कारण था। पिछले मैच में बहुत तेज स्कोर करने की कोशिश करने के बाद कपिल पर एक मैच का प्रतिबंध लगा दिया गया था। (आप भी सोच में पड़ गये होंगे) इंग्लैड के खिलाफ दूसरे मैच में वह दूसरी पारी में तब बल्लेबाजी करने चले गए जब भारत शतक से थोड़ा कम था। कपिल ने ऐसे समय में ताकतवर रूख अपनाने का फैसला किया। दुर्भाग्य से, उनका रवैया उसके लिए काफी परेशानियों को आमंत्रित करने वाला था। दूसरी गेंद जिसे उन्होंने सामना किया, उसने बल्ले को चूमते हुए सीमारेखा के पार भेज दिया। पर अगली ही गेंद ने उसे पवेलियन वापस लौटा दिया। टीम प्रबंधन को उत्तेजित करने के लिए यह कदम पर्याप्त था। उन्होंने उस मैच में कपिल द्वारा अपनी टीम को नुकसान पहुंचाने के लिए उठाये गये कदम के लिए दोषी ठहराया। इसलिए कपिल को अगले मैच के लिए बैन कर दिया गया था। बाद में, अपनी आत्मकथा में, भारत के महान ऑलराउंडर ने उल्लेख किया 'अनुशासन के बारे में अस्पष्ट बिंदु' साबित करने के लिए उन्होंने एक मैच गंवा दिया। #2 शोएब अख्तर
इस खिलाड़ी के इस घटना में शामिल होने के बाद यह कोई अजीब बात नहीं है। हालांकि अख्तर अनगिनत विवादों में शामिल रहे है, लेकिन इस बार यह घटना ड्रेसिंग रूम की गोपनीयता के बारें में थी, जिसकी कीमत उन्हें विश्व कप टी-20 के उद्घाटन संस्करण में चुकानी पड़ी। रिपोर्टों के अनुसार, सभी टीम के सदस्यों के बीच एक गर्मागर्म बहस चल रही थी जो जल्द ही झगड़े में बदल गयी। अख्तर हाथ में एक बल्ला पकड़े हुए थे जब शाहिद अफरीदी ने उन पर कुछ 'खराब' शब्द बोले। रावलपिंडी एक्सप्रेस को उकसाने के लिए यह पर्याप्त था जिसके बाद उन्होंने अफरीदी पर बल्ले से प्रहार कर दिया। फिर उन्होंने अपने एक और साथी मोहम्मद असिफ को भी बल्ले से मारा। जिसके परिणामस्वरूप उन्हें तुरंत ही घर वापस भेज दिया गया। बाद में, अख्तर ने कहा कि उनकी कार्रवाई उन शब्दों के जवाब में थी जो अफरीदी ने उनके परिवार के खिलाफ इस्तेमाल की थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह अफरीदी को मारना चाहते थे लेकिन असिफ को जांघो पर गलती से मार दिया। उन्होंने अपने आचरण के लिए भी माफी मांगी लेकिन तब तक नुकसान हो चुका था। #1 रविन्द्र जडेजा
बैन का सबसे ताजा मामला भारत के श्रीलंका दौरे के दौरान रवीन्द्र जडेजा पर है। इस सीरीज में रवींद्र जडेजा को एक मैच का प्रतिबंध झेलना पड़ा। जडेजा पर मैच के दौरान दूसरे खिलाड़ी पर गेंद को सही ढंग से ना फेंकने का आरोप था। श्रीलंका के बल्लेबाज़ दीमुथ करूनारत्ने को एक गेंद डालने के बाद, जडेजा ने गेंद को पकड़ा और इसे बल्लेबाज़ की तरफ वापस फेंक दिया लेकिन मैदानी अंपायर ने निष्कर्ष निकाला कि गेंद को एक खतरनाक तरीके से फेंका गया था। इसके साथ जडेजा के नाम 3 खराब प्वाइंट हो गये। इसके पहले भी इस विश्व नंबर 1 टेस्ट बॉलर के नाम 3 खराब प्वाइंट जुड़ चुके हैं जब भारत अपने घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज खेल रहा था। जहां जडेजा पर पिच पर दौड़ने और उसे जानबूझ कर खराब करने के आरोप लगे थे। इस प्रकार जडेजा के कुल अंक छह तक हो गए, जिसके परिणामस्वरूप सीरीज के तीसरे टेस्ट से उनको निलंबित कर दिया गया।
निर्णय के तुरंत बाद, जडेजा ने ट्विटर पर एक फोटो पोस्ट की, जिसे प्रतिबंध के जवाब के रूप में समझा गया। यह सच नहीं हो सकता है, लेकिन जडेजा के स्वभाव के अनुसार यह निश्चित रूप से उम्मीदों के अनुरूप है। लेखक - श्रुति सिंह अनुवादक- सौम्या तिवारी