5 मौके जब विराट कोहली ने वनडे में श्रीलंका के खिलाफ धमाकेदार बल्लेबाजी की

विराट कोहली का पड़ोसी आइलैंड देश से खास लगाव है, जारी सीरीज में कोहली ने 29वां शतक ठोंकते हुए श्रीलंका के खिलाफ अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखा है। 9 साल पहले विराट कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ ही अपने करियर की शुरुआत की थी। साल 2008 से लेकर अबतक कोहली ने एक बल्लेबाज़ के तौर पर काफी बेहतर हुए हैं। उन्होंने दुनिय के हर कोने में शानदार प्रदर्शन किया है। इस लेख में हम आपको श्रीलंका के खिलाफ कोहली की कई शानदार पारियों के बारे में बताएंगे: 144 गेंदों में 107 रन, कोलकाता (2012) श्रीलंका ने ईडन गार्डन में अपना सर्वाधिक स्कोर 315 रन बनाया था। जिसका पीछा करते हुए भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज़ वीरेंदर सहवाग ने तेज शुरुआत की, लेकिन वह जल्द ही सुरंगा लकमल का शिकार हो गए। उसके बाद गौतम गंभीर मैदान पर आये लेकिन सचिन तेंदुलकर के रन चुराने की कॉल में उनसे देर हो गयी और वह आउट हो गए। उसके बाद मैदान पर आये विराट कोहली। लकमल ने उनका स्वागत तेज गेंदों से किया। लेकिन कोहली ने धैर्य का परिचय देते हुए इन गेंदबाजों का सामना किया। तिषारा परेरा की चुनौती को कोहली ने स्वीकार किया और उन्हें मुहतोड़ जवाब भी दिया। यही नहीं कोहली ने मलिंगा के एक ओवर में 4 चौके लगाते हुए अपने इरादे जाहिर कर दिए। कोहली ने अपना अर्धशतक 34 गेंदों में पूरा किया। कोहली जब 88 पर थे तब एक नामुमकिन से कैच को विकेटकीपर संगकारा ने छोड़ दिया। लेकिन कोहली बिना डगमगाए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते गये। 86 गेंदों में 133 रन नाबाद, होबार्ट (2012) भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ये मुकाबला हमेशा के लिए यादगार मुकाबला माना जायेगा। कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम ने जिस तरह से इस मैच में लक्ष्य का पीछा किया था, वह मिसाल बन गया। भारत को इस सीरीज में बने रहने के लिए 40 ओवर में 321 रन बनाने थे। लेकिन कोहली के शतक के बदौलत भारत ने मुकाबला 37 ओवर में ही जीत लिया। मलिंगा को तगड़ी यॉर्कर फेंकने के लिए जाना जाता है, जो पैरों में घुसती हुई स्टंप को उड़ा देती है। लेकिन विराट कोहली ने उनके लिए इस मैच में कुछ और ही सोच रखा था। वहीं दूसरे एंड से परेरा की भी जमकर खबर ले रहे थे। ऑस्ट्रेलिया के बड़े मैदानों के हिसाब से कोहली रन दौड़कर भी बनाते थे। जबकि मलिंगा के खिलाफ भी कोहली का रुख खतरनाक था। यॉर्कर गेंदों पर भी कोहली गजब के शॉट खेले, जिससे मलिंगा का हिम्मत भी जवाब दे गया। लेकिन कोहली ने जबतक भारत को जीत नहीं दिला दिया वह लगातार शॉट पर शॉट खेलते गये। 119 गेंदों में 128 रन, कोलंबो (2012) मलिंगा-कोहली का जब-जब सामना हुआ, कोहली हर बार उन पर भारी पड़े। इस मैच में मलिंगा ने कोहली का स्वागत बाउंसर से किया, जिसे कोहली ने बड़े आराम से विकेटकीपर के सर के ऊपर से अपर कट खेल दिया। लेकिन दूसरे छोर से विकेट पतन होने की वजह से कोहली ने शुरू में धीरे बल्लेबाज़ी की। कोहली ने मेंडिस व हेराथ के खिलाफ थोड़ी खुलकर बल्लेबाज़ी की और अपने ऊपर से दबाव को कम किया। ये देखते हुए जयवर्धने ने दूसरे छोर से मलिंगा को वापस गेंदबाज़ी के लिए लाये। लेकिन कोहली रुके नहीं। उन्होंने मलिंगा के खिलाफ भी जोरदार बल्लेबाज़ी की और टीम को जीत दिलाया। 126 गेंदों में 139 रन, रांची (2014) इस मैच में भारत के सलामी बल्लेबाज़ अजिंक्य रहाने व रोहित शर्मा 18 रन के स्कोर पर आउट होकर पवेलियन चले गये थे। जबकि भारत श्रीलंका के खिलाफ 100वां वनडे जीतने के लिए बल्लेबाज़ी कर रहा था। मैदान पर कोहली आये और भारत की उम्मीद बंध गयी। मैथ्यूज ने तेज गेंदबाजों को जब बेअसर होते देखा तो स्पिनर को मोर्चे पर लगाया। लेकिन जो अजन्ता मेंडिस दुनिया भर के बल्लेबाजों के लिए रहस्य थे। वह शानदार फॉर्म में चल रहे कोहली के सामने बौने नजर आ रहे थे। कोहली व रायडू ने इस मैच में 136 रन की साझेदारी निभाई। लेग स्पिनर सीकुगे प्रसन्ना भी बेजार नजर आये और कोहली ने अपना 21वां शतक ठोंक दिया। हालांकि रायडू आउट हो गये, लेकिन कोहली ने मेंडिस को बैक-टू-बैक छक्के लगाकर भारत जीत दिला दिया। 96 गेंदों पर 131 रन (2017) वर्तमान में जारी सीरिज में विराट कोहली एंड कंपनी के सामने श्रीलंकाई टीम बेहद ही कमजोर नजर आ रही है। लेकिन चौथे मैच में शिखर धवन जल्द ही आउट होकर पवेलियन लौट गये। जिससे कप्तान कोहली को मैदान में जल्द ही आना पड़ा। मैदान पर आते कोहली ने धवन का विकेट लेने वाले विश्वा फर्नान्डो को बैक टू बैक चौका लगाकर अपना इरादा जता दिया। अपनी तेजतर्रार पारी में कोहली ने पहले 50 रन 38 गेंदों में पूरे किये। उसके बाद एक बार जब कोहली सेट हो गये तो फिर उन्होंने मैदान के चारों ओर शॉट खेलते हुए अपना 29वां शतक पूरा कर लिया। गेंदबाज़ पुष्पकुमारा और हसरंगा के साथ कोहली ने नेट प्रैक्टिस गेंदबाज़ की तरह बिहेव किया। मैच के 25वें ओवर में कोहली ने अपना शतक पूरा किया था। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह कितनी तेजी से रन बना रहे थे। साथ ही उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ सबसे कम उम्र में 2000 रन बनाने वाले बल्लेबाज़ बन गये। शतक के बाद कोहली मलिंगा की वाइड गेंद पर गैरजरुरी शॉट खेलने के चक्कर में आउट हो गये थे। यही नहीं श्रीलंका के इस दिग्गज गेंदबाज़ के वनडे में इसी के साथ 300वां शिकार भी कोहली बन गये। लेखक-आद्य शर्मा, अनुवादक-जितेन्द्र तिवारी

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