भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ये मुकाबला हमेशा के लिए यादगार मुकाबला माना जायेगा। कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम ने जिस तरह से इस मैच में लक्ष्य का पीछा किया था, वह मिसाल बन गया। भारत को इस सीरीज में बने रहने के लिए 40 ओवर में 321 रन बनाने थे। लेकिन कोहली के शतक के बदौलत भारत ने मुकाबला 37 ओवर में ही जीत लिया। मलिंगा को तगड़ी यॉर्कर फेंकने के लिए जाना जाता है, जो पैरों में घुसती हुई स्टंप को उड़ा देती है। लेकिन विराट कोहली ने उनके लिए इस मैच में कुछ और ही सोच रखा था। वहीं दूसरे एंड से परेरा की भी जमकर खबर ले रहे थे। ऑस्ट्रेलिया के बड़े मैदानों के हिसाब से कोहली रन दौड़कर भी बनाते थे। जबकि मलिंगा के खिलाफ भी कोहली का रुख खतरनाक था। यॉर्कर गेंदों पर भी कोहली गजब के शॉट खेले, जिससे मलिंगा का हिम्मत भी जवाब दे गया। लेकिन कोहली ने जबतक भारत को जीत नहीं दिला दिया वह लगातार शॉट पर शॉट खेलते गये।