ज़िम्बाब्वे और वेस्टइंडीज के बीच एक ही टी20 मैच खेला गया और ज़िम्बाम्बे ने उसे जीत लिया। बात 6 साल पहले की है। पोर्ट ऑफ़ स्पेन स्पिनर्स के अनुकूल विकेट साबित हुई और यहाँ पर कम स्कोर बने। पहले बल्लेबाजी करते हुए ज़िम्बाम्बे की ओर से हैमिल्टन मसाकाजा ने 44 रन बनाये, लेकिन उनके किसी भी टीम के खिलाडी ने उनका साथ नहीं दिया। ऐसा लगा की टीम सौ रन के पहले ही सिमट जाएगी, लेकिन एल्टन चिगुंबुरा की 34 रनों के पारी की मदद से टीम 105 तक पहुँच सकी। इस स्कोर को वेस्टइंडीज की टीम आसानी से हासिल कर सकती थी, लेकिन उन्होंने बहुत गड़बड़ कर दी। चंद्रपौल ने शुरू में संघर्ष किया, लेकिन उनकी मदद किसी ने नहीं की, लेकिन आखरी ने दिनेश रामदीन से उन्हें मदद मिली। ज़िम्बाब्वे के स्पिनर्स पूरी तरह से हावी रहे और इसलिए वेस्टइंडीज की टीम 20 ओवर में 79-7 रन ही बना पाई।