2007 में शुरू हुए पहले टी20 विश्व कप में कई कहानियां लिखी गयी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया पर ज़िम्बाब्वे की जीत सबसे आगे रही। लिस्ट में बाकि मैचों में ज़िम्बाब्वे को पहले बल्लेबाज़ी करते हुए जीत मिली, तजो वहीँ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यहाँ पर टीम ने लक्ष्य का पीछा किया। एल्टन चिगुंबुरा ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर पूरी तरह हावी थे। लेकिन एंड्रयू साइमंड्स और ब्रैड हॉज की मदद से टीम 138 तक पहुँच पाई। ऑस्ट्रेलिया के पास मजबूत गेंदबाज़ी थी और विश्व कप में 138 रनों ने उन्हें मजबूती दे दी। ज़िम्बाम्बे के ब्रेंडन टेलर स्टार रहे, उन्होंने 45 गेंदों में 60 रनों की नाबाद पारी खेली। पहले संभल कर खेलते हुए उन्होंने बाद में बड़े शॉट्स लगाए। आखरी ओवर में जब 12 रनों की ज़रूरत थी, तब टेलर ने नाथन ब्रेकन की पहली गेंद पर चौका जड़कर दबाब कम किया। फिर उनकी गेंद टेलर की गेंद का किनारा लेते हुए बाउंड्री पार चली गयी और ज़िम्बाब्वे ने एक गेंद शेष रहते मैच अपने नाम किया। लेखक: कौशल राज, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी