5 शीर्ष बल्लेबाज जिन्होंने विदेश में कभी टेस्ट शतक नहीं लगाया

अपने टेस्ट करियर में शतक लगाना किसी भी खिलाड़ी का सपना होता है। टेस्ट बल्लेबाज के लिए सबसे विशेष भावनाओं में से एक है, खासकर विदेशी पिचों पर शतक लगाना एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। विदेशी परिस्थितियों में एक शतक किसी भी खिलाड़ी के क्रिकेट करियर के लिए बहुत अहम होता है। सचिन तेंदुलकर ने विदेशी पिचों पर सबसे ज़्यादा 29 शतक लगाए हैं। इस लेख में हम उन पांच खिलाड़ियों के बारे में जानेंगे जिन्होंने अपने अंतराष्ट्रीय टेस्ट करियर में कभी शतक नहीं लगाया है: फारूख इंजीनियर 1960 के दशक और 1970 के दशक में भारतीय टीम के कुछ विश्व-स्तरीय क्रिकेटरों में से, फारूख इंजीनियर भारतीय टीम के एक अहम खिलाड़ी थे। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज़, फारूख इंजीनियर ने अपने टेस्ट कैरियर में कई रिकॉर्ड बनाए है। अपने समय में सीमित ओवरों की अनुपस्थिति के कारण वह एक टेस्ट खिलाड़ी बन कर रह गए। अपने टेस्ट करियर में फ़ारूक़ इंजीनियर ने कई लाजबाव पारियाँ खेली हैं अपने एक दशक लंबे करियर में वह कभी भी विदेशी जमीं पर शतक नहीं बना पाए। 1966-67 में भारत के वेस्टइंडीज दौरे में उन्होंने अपनी पहली पारी में 94 रन बनाए थे लेकिन सिर्फ 6 रनों से शतक बनाने से चूक गए।रोशन महानामा भारतीय प्रशंसकों को श्रीलंकाई बल्लेबाज़ रोशन महानामा किसी परिचय के मोहताज़ नहीं हैं। 1997 में श्रीलंका और भारत के बीच खेले गए कोलंबो टेस्ट में महानामा ने सनथ जयसूर्या के साथ मिलकर रिकार्ड 576 रनों की सांझेदारी की थी। 52 टेस्ट मैचों में, महानमा ने चार टेस्ट शतक बनाए हैं लेकिन यह सभी शतक उन्होंने घरेलू मैदान पर लगाए हैं। विदेशी ज़मीं पर दिसंबर 1989 में हॉबर्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 229 गेंदों में 85 रन उनका उच्चतम स्कोर था।डैरेन गंगा वेस्ट इंडीज के सलामी बल्लेबाज डैरेन गंगा ने अपने 10 साल लंबे क्रिकेट करियर में केवल 48 टेस्ट मैच खेले हैं। उन्हें अपनी राष्ट्रीय टीम के कप्तान के रूप में भी नियुक्त किया गया था। डैरेन गंगा ने अपने टेस्ट करियर में 22.56 के औसत से 1354 रन बनाए हैं, जिसमें सात अर्धशतक और तीन शतक शामिल हैं। हालाँकि गंगा ने विदेशी पिचों पर एक भी शतक नहीं लगाया। हालाँकि, 2006 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वह शतक बनाने के बेहद करीब पहुंचे थे लेकिन वह 95 रन बनाये और केवल 5 रनों से शतक बनाने से चूक गए।रॉडने मार्श - ऑस्ट्रेलिया ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर रॉडने मार्श तेज गेंदबाज डेनिस लिली के साथ अपनी साझेदारी के लिए जाने जाते हैं क्योंकि दोनों ने मिलकर 69 टेस्ट मैचों में कुल 95 विकेट लिए हैं। अपनी शानदार बल्लेबाजी क्षमता के कारण राष्ट्रीय टीम में चुने गए रॉडने अपने टेस्ट करियर में 26.51 की औसत से कुल 3633 रन बनाए हैं। विकेटकीपर होने के नाते, मार्श निचले मध्य क्रम में बल्लेबाजी करते थे और इसलिए उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका भी कम ही मिलता था। इसके बावजूद उन्होंने अपने करियर में तीन टेस्ट शतक और 16 अर्धशतक बनाए। हालाँकि, ऑस्ट्रेलिआई खिलाड़ी विदेशी ज़मीं पर दो बार शतक बनाने के बेहद करीब पहुंचे लेकिन कभी भी शतक नहीं बना पाए।अर्जुन रणतुंगा क्रिकेट के खेल में सबसे साहसी कप्तानों में से एक, अर्जुन रणतुंगा ने अपनी बेहतरीन कप्तानी के साथ श्रीलंकाई क्रिकेट टीम का चेहरा बदल दिया। 1982 से 2000 तक के अपने 18 साल लंबे करियर में उन्होंने श्रीलंका क्रिकेट टीम को विश्व-स्तरीय टीमों की फेहरिस्त में ला खड़ा किया। मध्य-क्रम के बल्लेबाज़ रणतुंगा ने श्रीलंका के लिए 93 टेस्ट मैच खेले हैं और 35.69 की औसत के साथ कुल 5105 रन बनाए हैं। अपने टेस्ट करियर में उन्होंने 38 अर्धशतकों के साथ चार शतक लगाए हैं। लेकिन यह शतक उन्होंने सिर्फ घरेलू मैदान पर लगाए हैं। लेखक: ओमकर मानकामे अनुवादक: आशीष कुमार

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