ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के ऊपर ये किसी सवालिया निशान से कम नहीं है कि वह 20 विकेट लेने में सक्षम हैं कि नहीं। पिछले 8 टेस्ट मैचों में वह दो बार ही ऐसा कर पाए हैं। माइकल क्लार्क की कप्तानी में साल 2013 में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने 4 टेस्ट मैचों में एक बार भी 20 विकेट नहीं लिए थे। लिहाजा टीम 4-0 से हार गयी थी। हैदराबाद में दूसरे टेस्ट मैच के बाद शेन वाटसन, मिचेल जॉनसन और जेम्स पैटीसन को कोच मिकी आर्थर ने ऑफ फील्ड असाइनमेंट नहीं पूरा करने की वजह से सस्पेंशन भी झेलना पड़ा था। मौजूदा समय में जो गेंदबाज़ ऑस्ट्रेलियाई टीम में हैं, उनका बचाव डैरेन लेहमन ने किया है। साथ ही कहा है, “हमारे स्पिनर भी हैं, हमें बीस विकेट लेने में मदद करेंगे। इसके अलावा हम रन बनाकर टीम इंडिया पर दबाव बनाने की कोशिश करेंगे।” लेकिन अगर ऑस्ट्रेलिया भारत में जीत हासिल करना चाहता है, तो उसे पूरी क्षमता के साथ 20 विकेट लेना होगा। मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और नाथन लियोन की भूमिका इसलिए काफी अहम हो जाती है। इसके अलावा ये एक बड़ा सवाल भी है।