विराट कोहली की टीम इस वक़्त इंग्लैंड के दौरे पर पर है जहां वो जल्द ही टेस्ट मैच खेलने वाले हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं भारत की ए टीम भी इस वक़्त इंग्लैंड में अनुभव हासिल कर रही है। राहुल द्रविड़ की इंडिया-ए टीम ने त्रिकोणीय सीरीज़ में ख़िताबी जीत हासिल की है, इस सीरीज़ में इंडिया-ए के अलावा इंग्लैंड लॉयंस और वेस्टइंडीज़-ए की टीमें भी शामिल थी। इंडिया-ए के सूरमा ऋषभ पंत और दीपक चाहर ने पहले ही टीम इंडिया में डेब्यू कर लिया है। कई युवा खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने इंग्लैंड के दौरे पर अपनी ताक़त दिखाई है। हम यहां इंडिया-ए उन 5 अनकैप्ड खिलाड़ियों को लेकर चर्चा कर रहे हैं जो जल्द ही टीम इंडिया में डेब्यू कर सकते हैं।
#5 अंकित राजपूत
अंकित राजपूत काफी दिनों से क्रिकेट खेल रहे हैं, लेकिन वो उस वक़्त पहली बार सुर्ख़ियों में आए थे जब वो इस साल किंग्स इंलेवन पंजाब टीम में अपना जलवा बिखेर रहे थे। इस साल 8 आईपीएल मैच में उन्होंने 9 से कम की इकोनमी रेट से 11 विकेट हासिल किए थे। उन्हें इसका ईनाम मिला और वो इंडिया-ए टेस्ट टीम में शामिल किए गए। 24 साल के इस खिलाड़ी ने वेस्टइंडीज़-ए के ख़िलाफ़ पहले टेस्ट मैच में 5 विकेट हासिल किए थे। जब पहली पारी में बाक़ी भारतीय गेंदबाज़ जद्दोजहद कर रहे थे, तब अंकित काफ़ी सहज दिख रहे थे। अंकित ने पहली पारी में 76 रन देकर 4 विकेट लिए थे। दूसरी पारी में उन्होंने 21 रन देकर 1 विकेट हासिल किया था। अगर वो ऐसे ही प्रदर्शन करते रहें तो वो जल्द टीम इंडिया में शामिल हो सकते हैं।
#4 खलील अहमद
घरेलू टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन के बाद बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ ख़लील अहमद को सनराइज़र्स हैदराबाद टीम ने ऊंची कीमत में ख़रीदा था। हांलाकि ख़लील को सिर्फ़ 1 मैच में खेलने का मौका मिला जिसमें वो कुछ ख़ास कमाल नहीं दिखा पाए। इसके बाद वो इंडिया-ए टीम में त्रिकोणीय सीरीज़ के लिए चुने गए। 20 साल के इस खिलाड़ी ने 3 मैच में 126 रन देकर 6 विकेट हासिल किए। उनकी इकोनमी रेट 5 से कम रहा। उन्होंने सबसे अच्छा प्रदर्शन तब किया जब इंडिया-ए को इसकी सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी। फ़ाइनल में इंग्लैंड लॉयंस ने 48 रन देकर 3 विकेट हासिल किए जिसकी वजह से मेज़बान टीम महज़ 264 रन ही बना पाई।
#3 हनुमा विहारी
हनुमा विहारी कभी सनराइज़र्स हैदराबाद टीम का हिस्सा थे, लेकिन वक़्त के साथ वो कहीं खो गए थे। हांलाकि वो इंडिया-ए टीम में चुने गए, लेकिन त्रिकोणीय सीरीज़ के पहले 2 मैच में वो बेंच पर बैठे रहे। वेस्टइंडीज़-ए टीम के ख़िलाफ़ विहारी ने अपना पहला मैच खेला था, इस मौके को उन्होंने जमकर भुनाया। उन्होंने 63 गेंदों में 69 रन की पारी खेली जिसकी वजह से कोच द्रविड़ मजबूर हो गए और उन्हें अगले मैच के लिए मौका दे दिया गया। अपने दूसरे मैच में विहारी ने 131 गेंदों में शानदार 147 रन बनाए। इसके बाद फ़ाइनल मैच में उन्होंने 37 रन की पारी खेली। वो इस सीरीज़ में दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए।
#2 शुबमन गिल
आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप 2018 में टीम इंडिया की शानदार ख़िताबी जीत के बाद शुबमन गिल का नाम हर भारतीय क्रिकेट फ़ैस के ज़ुबान पर छा गया है। वर्ल्ड कप में बेहतरीन प्रदर्शन की वजह से उन्हें केकेआर टीम में शामिल किया गया। इस साल आईपीएल में उन्होंने कुल 203 रन बनाए और अपनी क़ाबिलियत को साबित किया। उनका यही फ़ॉम इंग्लैंड की ट्राई सीरीज़ में भी जारी रहा। उन्होंने 4 मैच में 60 की औसत से 187 रन बनाए, जिसमें 2 अर्धशतक भी शामिल है। पंजाब के ये खिलाड़ी जल्द ही 19 साल के हो जाएंगे और उम्मीद है कि भविष्य में वो टीम इंडिया के स्टार बनेंगे।
#1 मयंक अग्रवाल
कर्नाटक के मयंक अग्रवाल का घरेलू सीज़न शानदार रहा है, यही वजह थी कि उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब टीम में शामिल किया गया। हांलाकि आईपीएल में वो उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शऩ नहीं कर पाए। फिर भी उन्हें इंडिया-ए टीम में मौका मिला और उन्होंने ख़ुद को साबित भी किया। वो इंग्लैंड में हुई ट्राई सीरीज़ में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने। सीरीज़ के 4 मैचों में उन्होंने 70 से ज़्यादा की औसत से 287 रन बनाए। लिसेस्टर के मैदान में अग्रवाल ने 102 गेंदों में शानदार 112 रन की पारी खेली। उनके साथ इंकंसिस्टेंसी की समस्या हमेशा है, 27 साल की उम्र में उनके पास काफ़ी कम मौके हैं जब वो टीम इंडिया की जर्सी हासिल कर सकते हैं। मयंक को अपनी लय बरक़रार रखनी होगी।