चेन्नई टेस्ट में करुण नायर की 303 रनों की मैराथन पारी के दौरान टूटे 5 रिकॉर्ड

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भारत और इंग्लैंड के बीच चेन्नई में खेला गया 5वां टेस्ट मैच अपने रिकॉर्डों के लिए जाना जाएगा। सबसे पहले युवा बल्लेबाज करुण नायर ने तिहरा शतक लगाया, इसके बाद भारतीय टीम ने टेस्ट मैचों में अपना सबसे बड़ा स्कोर 759 रन बनाया। इस मैच में कई सारे रिकॉर्ड बने। सबसे पहले तो करुण नायर ने तिहरा शतक लगाया। इसके साथ ही टेस्ट मैचों में तिहरे शतक लगाने वाले वो दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए। करुण से पहले केवल सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के नाम भारत की तरफ से टेस्ट मैचों में तिहरा शतक था। इसके साथ ही टेस्ट मैचों में भारत का ये अब तक का सबसे बड़ा स्कोर था। इसके साथ ही चौथे दिन के खेल में कई और भी रिकॉर्ड बने और टूटे। आइए जानते हैं ऐसे ही 5 रिकॉर्डों के बारे में: 5. एक ही दिन में पहले 100 रन, फिर 200 और फिर 300 रन बनाने का रिकॉर्ड करुण नायर ने चेन्नई टेस्ट के चौथे दिन पहले अपना शतक पूरा किया, फिर दोहरा शतक और फिर तिहरा शतक पूरा किया। इसके साथ ही करुण उन दिग्गज बल्लेबाजों की लिस्ट में शामिल हो गए, जिन्होंने खेल के एक ही दिन में शतक, दोहरा शतक और फिर तिहरा शतक जड़ा हो । नायर से पहले सर डान ब्रेडमैन, वैली हेमंड, ब्रायन लारा और वीरेंद्र सहवाग ये कारनामा कर चुके थे। अब इन दिग्गजों बल्लेबाजों की लिस्ट में करुण नायर का भी नाम जुड़ गया है। खेल के चौथे दिन करुण नायर ने 71 रनों से आगे अपनी पारी को बढ़ाना शुरु किया। इसके बाद पूरे दिन के खेल में नायर ने 245 गेंदों पर 232 रन बना डाले। हालांकि टेस्ट इतिहास में सिर्फ डान ब्रेडमैन ही अकेले ऐसे खिलाड़ी हैं जो एक दिन में 300 से ज्यादा रन बनाने का कारनामा कर चुके हैं। ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज डान ब्रेडमैन ने 1930 में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए लीड्स टेस्ट में एक ही दिन में 309 रन बनाए थे। 4. सबसे कम टेस्ट पारियों में तिहरा शतक बनाने का रिकॉर्ड hutton-1482157181-800 मोहाली में खेले गए टेस्ट मैच से करुण नायर ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पर्दापण किया। नायर को मैच से ठीक पहले के एल राहुल के चोटिल होने की वजह से टेस्ट डेब्यू का मौका मिला। लेकिन पहले ही मैच की पहली ही पारी में करुण नायर रन आउट हो गए। कप्तान विराट कोहली और नायर के बीच मिस अंडरस्टैंडिंग हुई और नायर को अपना विकेट गंवाकर इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। इस वजह से नायर पहले मैच में कुछ नहीं कर सके। इसके बाद मुंबई टेस्ट में नायर महज 13 रन ही बना सके। लेकिन चेन्नई टेस्ट में अपने करियर की महज तीसरी ही पारी में नायर ने तिहरा शतक लगाकर वर्ल्ड क्रिकेट में खलबली मचा दी। नायर ने सर लेन हटन का 78 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। नायर से पहले सबसे कम पारियों में तिहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड सर लेन हट्टन के नाम था, जो उन्होंने 1938 में द ओवल में लगाया था। 3. एक सीरीज में भारत के लिए सबसे ज्यादा शतक gavaskar-1482157383-800 नायर को मिलाकर भारत-इंग्लैंड सीरीज में कुल 6 भारतीय बल्लेबाजों ने शतक लगाया। इससे पहले 70 के आखिर में वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने ये कारनामा किया था। तब वेस्टइंडीज की टीम भारत दौरे पर आई थी। 1978/79 के उस सीरीज में सुनील गावस्कर ने 4, गुंडप्पा विश्वनाथ और दिलीप वेंगसरकर ने 2 और कपिल देव, मोहिंदर अमरनाथ और अंशुमान गायकवाड ने एक-एक शतक लगाया था। जबकि इस सीरीज में मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली ने 2-2 शतक लगाए, और जयंत यादव, के एल राहुल, करुण नायर ने एक-एक शतक लगाया। 2. भारत में एक टेस्ट के चौथे दिन सर्वाधिक स्कोर karthikkk चेन्नई टेस्ट के चौथे दिन एक और नया रिकॉर्ड बना। खेल के चौथे दिन दोनों टीमों ने मिलकर 380 रन बनाए। इसके साथ ही भारत में खेले गए किसी टेस्ट मैच के चौथे दिन का ये सबसे बड़ा स्कोर था। भारतीय टीम ने चौथे दिन जहां 380 रन बनाए वहीं इंग्लिश टीम ने भी दिन के आखिर में 12 रन बनाए। इससे पहले चौथे दिन सर्वाधिक रन बनने का रिकॉर्ड 369 रन का था। जो 2005 में कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन मैदान पर बनाया गया था। पाकिस्तान के खिलाफ उस मैच में भारतीय टीम ने चौथे दिन 274 रन बनाए थे। विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने उस मैच में बेहतरीन पारी खेली थी और भारतीय टीम को एक बड़े स्कोर तक पहुंचाया था। इसके बाद जब पाकिस्तान की टीम बल्लेबाजी करने उतरी तो शाहिद अफरीदी ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए 59 गेंदों पर 59 रन बनाए। इस वजह से दिन का खेल खत्म होने तक पाकिस्तान का स्कोर 1 विकेट के नुकसान पर 95 रन था। लेकिन खेल के आखिरी दिन सौरव गांगुली एंड कंपनी ने पाकिस्तानी टीम को 226 रनों पर समेट कर 195 रनों से बड़ी जीत हासिल की। 1.टॉस हारने के बावजूद एक सीरीज में पहली पारी में सबसे ज्यादा 400 प्लस रन का रिकॉर्ड nair century उपमहाद्वीप की पिचों पर टेस्ट मैचों में टॉस की अहम भूमिका होती है। बहुत सारे इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ियों ने उपमहाद्वीप की पिचों पर टॉस की अहमियत के बारे में जिक्र किया है। लेकिन 5 मैचों की सीरीज में 4 टॉस जीतने के बावजूद एलिस्टेयर कुक एंड कंपनी को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अच्छे रन बनाए। इंग्लिश टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 537, 283, 400 और चेन्नई टेस्ट में 477 रन बनाए। लेकिन फिर भी उनकी टीम कोई भी टेस्ट मैच जीत नहीं सकी। इंग्लिश टीम की इस हार की सबसे बड़ी वजह रही भारतीय टीम की पहली पारी की शानदार बल्लेबाजी। एक तरफ इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में कई बार 400 से ज्यादा रन बनाए तो दूसरी तरफ भारतीय बल्लेबाजों ने भी करारा पलटवार किया। भारतीय टीम ने इंग्लिश पारियों के जवाब में अपनी पहली पारी में 488, 417, 631 और 759 रन बनाए। इससे पहले टेस्ट इतिहास में कोई भी टीम ऐसी नहीं थी जिसने टॉस हारने के बाद अपनी पहली पारी में 4 बार 400 से ज्यादा का स्कोर बनाया हो।