उपमहाद्वीप की पिचों पर टेस्ट मैचों में टॉस की अहम भूमिका होती है। बहुत सारे इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ियों ने उपमहाद्वीप की पिचों पर टॉस की अहमियत के बारे में जिक्र किया है। लेकिन 5 मैचों की सीरीज में 4 टॉस जीतने के बावजूद एलिस्टेयर कुक एंड कंपनी को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अच्छे रन बनाए। इंग्लिश टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 537, 283, 400 और चेन्नई टेस्ट में 477 रन बनाए। लेकिन फिर भी उनकी टीम कोई भी टेस्ट मैच जीत नहीं सकी। इंग्लिश टीम की इस हार की सबसे बड़ी वजह रही भारतीय टीम की पहली पारी की शानदार बल्लेबाजी। एक तरफ इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में कई बार 400 से ज्यादा रन बनाए तो दूसरी तरफ भारतीय बल्लेबाजों ने भी करारा पलटवार किया। भारतीय टीम ने इंग्लिश पारियों के जवाब में अपनी पहली पारी में 488, 417, 631 और 759 रन बनाए। इससे पहले टेस्ट इतिहास में कोई भी टीम ऐसी नहीं थी जिसने टॉस हारने के बाद अपनी पहली पारी में 4 बार 400 से ज्यादा का स्कोर बनाया हो।