क्रिकेट इतिहास में हमने कई रिकार्ड बनते और टूटते देखे हैं। हालाँकि उनमें से कई रिकॉर्ड ऐसे थे जिनको आसानी से तोड़ा गया लेकिन कई रिकार्ड ऐसे भी थे जिनको बना पाना और फिर तोड़ पाना लगभग नामुमकिन सा लगता था लेकिन जैसा कि एक प्रसिद्ध वाक्य है ,'रिकॉर्ड बनते ही टूटने के लिए हैं', तो क्रिकेट में कई ऐसे क्षण आएं हैं जब खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से इतिहास रचा हो। आज हम ऐसे ही रिकार्डों के बारे में बात करेंगे जो अपने आप में अनूठे हैं। भारतीय टीम की बात करें तो कई खिलाड़ियों ने कई रिकॉर्ड बनाए हैं और तोड़े हैं लेकिन इस लेख में हम भारतीय खिलाड़ियों द्वारा बनाए गए पांच अद्वितीय रिकार्डों की बात करेंगे:
एमएस धोनी - विकेटकीपर के रूप में खेलते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज़्यादा बार गेंदबाजी
एमएस धोनी भारत के क्रिकेट इतिहास के सफलतम कप्तानों में शामिल हैं। उन्होंने अपनी बल्लेबाज़ी और नेतृत्व क्षमता से सबको प्रभावित किया है। बल्लेबाजी और विकेट-कीपिंग के अलावा, 'कैप्टन कूल' ने गेंदबाजी में भी हाथ आज़माया है और गेंदबाज़ी में एक रिकॉर्ड भी बनाया है। 36 वर्षीय इस खिलाड़ी ने नौ अंतरराष्ट्रीय मैचों में गेंदबाजी की है, जोकि किसी भी विकेटकीपर के लिए सबसे ज्यादा है। उन्होंने पेशेवर क्रिकेट में कुल 132 गेंदों की गेंदबाजी की है और 200 9 में वनडे इंटरनेशनल में ट्रैविस डॉउलिन को आउट कर एक विकेट भी प्राप्त किया है।
बापू नादकर्णी - टेस्ट क्रिकेट में लगातार मेडन ओवर्स
क्रिकेट में छोटे प्रारूपों के होने के बावजूद, कई क्रिकेट पंडित हैं जो अभी भी टेस्ट को ही क्रिकेट का मुख्य प्रारूप मानते हैं, जो वास्तव में क्रिकेटरों की क्षमताओं का सही मायनों में मूल्यांकन करता है। इस प्रारूप में भारतीय क्रिकेटर बापू नादकर्णी का एक दिलचस्प रिकॉर्ड है। नादकर्णी ने 1964 में मद्रास में इंग्लैंड के खिलाफ लगातार 21 ओवर मेडन निकाले थे। उनकी 131 गेंदों पर एक भी रन नहीं बना, जो कि एक रिकॉर्ड है।
इरफान पठान- पहले ओवर में ही हैट्रिक बनाने का कारनामा
हैट्रिक क्रिकेट में बहुत दुर्लभ उपलब्धि है और यह किसी भी गेंदबाज के क्रिकेट करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक हैं। भारत के तेज़ गेंदबाज़ इरफान पठान ने 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच के पहले ही ओवर में हैट्रिक बनाने का कारनामा किया था, और वह ऐसा करने वाले दुनिया के पहले और इकलौते गेंदबाज़ हैं। पठान ने सलमान बट, मोहम्मद यूसुफ और यूनुस खान को लगातार तीन गेंदों पर आउट कर पाकिस्तान को 0/3 के आंकड़े पर ला दिया था हालाँकि, दुर्भाग्यवश भारत ने उस मैच को गंवा दिया था।
रोहित शर्मा - वनडे में सर्वाधिक दोहरे शतक
वनडे इतिहास में अब तक लगे सात दोहरे शतकों में से तीन रोहित शर्मा ने लगाए हैं। टीम इंडिया के हिटमैन ने 2 नवंबर 2013 को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी पहली डबल सेंचुरी (209) लगाई और सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग जैसे डबल सेंचुरी लगाने वाले बल्लेबाज़ों की फेहरिस्त में शामिल हो गए। श्रीलंका के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन्स में इन्होने दूसरी डबल सेंचुरी लगाई जब उन्होने धमाकेदार बल्लेबाज़ी करते हुए 264 रनों की शानदार पारी खेली , उनका यह स्कोर वनडे इतिहास में किसी बल्लेबाज़ का सर्वाधिक स्कोर है। इसके बाद उनका तीसरा और अंतिम दोहरा शतक 13 दिसंबर 2017 को आया, जब उन्होंने फिर से श्रीलंका के खिलाफ 153 गेंदों पर नाबाद 208 रनों की पारी खेली।
सचिन तेंदुलकर - सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय शतक
निश्चित रूप से विश्व के सबसे महान क्रिकेटर, सचिन तेंदुलकर क्रिकेट इतिहास में सबसे ज़्यादा शतक लगाने का रिकार्ड रखते हैं। लगभग दो दशकों तक भारतीय टीम के स्टार खिलाडी रहे सचिन ने बांग्लादेश के खिलाफ 16 मार्च 2012 को सैंकड़ा लगाकर अपने 100 शतक पूरे किये थे, जो कि अब तक एक अटूट रिकॉर्ड है। हालांकि, उनका ये शतक बेकार गया क्योंकि भारत यह मैच हार गया था। लेखक: मुहम्मद साद अनुवादक: आशीष कुमार