एमएस धोनी भारत के महान कप्तानों में से एक हैं, जिन्होंने लम्बे समय तक टीम का नेतृत्व किया। हाल ही 7 जुलाई को धोनी ने अपना 36वां जन्मदिन मनाया है। साल 2007 में भारतीय टीम के कप्तान बनने वाले धोनी के नाम सफलता के कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। धोनी एकमात्र ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने आईसीसी के सभी बड़े टूर्नामेंट- टी-20 वर्ल्डकप, 50 ओवर वर्ल्डकप और चैंपियंस ट्रॉफी जीता है। धोनी ने लम्बे समय तक भारतीय क्रिकेट की सेवा की और बल्लेबाज़ी व कीपिंग कई रिकार्ड्स अपने नाम दर्ज कर दिए। लेकिन आज इस लेख में हम धोनी के कुछ दिलचस्प रिकार्ड्स के बारे में आपको बताएंगे: टी-20 में बिना अर्द्धशतक के धोनी ने सबसे ज्यादा रन बनाये एमएस धोनी शुरू से ही भारतीय टी-20 टीम में रहे हैं, जहां उन्होंने साल 2007 में दक्षिण अफ्रीका में हुए पहले टी-20 वर्ल्डकप में अनुभवहीन भारतीय टीम की कप्तानी भी की थी। जहां टीम ने पाकिस्तान को हराकर खिताबी जीत दर्ज की थी। उसके बाद भारतीय टीम ने धोनी की कप्तानी में अपार सफलता हासिल की। जिसमें धोनी का योगदान भी रहा। वह टीम के लम्बे समय तक फिनिशर रहे। हालाँकि इस दौरान धोनी के नाम एक दिलचस्प रिकॉर्ड दर्ज हो गया। उन्होंने बिना अर्द्धशतक लगाये सबसे ज्यादा रन बना डाले। 1000 से ज्यादा रन धोनी ने बिना किसी अर्द्धशतक के बनाए। बीते दिनों इंग्लैंड के साथ हुई सीरिज के तीसरे मैच में धोनी ने 36 गेंदों में अपने टी-20 करियर का पहला अर्द्धशतक जड़ा। 200 छक्के जड़ने वाले पहले भारतीय भारतीय टीम में लम्बे समय तक आक्रामक बल्लेबाज़ रहे हैं, जिसमें वीरेंदर सहवाग, सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली का नाम रहा है। जिनके सामने विपक्षी गेंदबाज़ पानी मांगते नजर आते थे। हालांकि धोनी को भी विस्फोटक बल्लेबाज़ के तौर पर ही टीम इंडिया में मौका मिला था। उन्होंने इसे साबित करते हुए 200 छक्के लगाने वाले भारत के पहले बल्लेबाज़ बन गये हैं। धोनी ने अपने करियर के शुरूआती दिनों में बल्लेबाजों की बखिया उधेड़ देते थे। उनके लम्बे-लम्बे छक्के आज भी लोगों को याद हैं। इसके अलावा धोनी के नाम बतौर कप्तान सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। उनके बाद इंग्लैंड के कप्तान ओइन मॉर्गन का नाम आता है। सातवें क्रम पर खेलते हुए सबसे ज्यादा शतक बनाने वाले बल्लेबाज़ साल 2004 में धोनी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया। जहां धोनी को एक दो मैच में नीचे और उसके बाद तीसरे नम्बर पर बल्लेबाज़ी का मौका मिला। जहां उन्होंने पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ शतकीय पारियां भी खेली थी। लेकिन उन्होंने अपने करियर में लम्बे समय तक 7वें नम्बर पर बल्लेबाज़ी की है। इसके अलावा धोनी ने चेन्नई में पाकिस्तान और अफ्रीकी एकादश के खिलाफ सातवें नम्बर पर बल्लेबाज़ी करते हुए शतक बनाया था। यही नहीं धोनी के नाम इस क्रम पर बल्लेबाज़ी करते हुए सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। उनके बाद इस क्रम पर मोइन अली का नाम आता है। सबसे सफल टेस्ट कप्तान व सबसे ज्यादा हारने का भी रिकॉर्ड धोनी भारत के महान कप्तानों में से एक हैं। धोनी का रिकॉर्ड सीमित ओवर के क्रिकेट में शानदार रहा है। वहीं टेस्ट में भी धोनी को बतौर कप्तान मिली-जुली सफलता हासिल है। साल 2009 में धोनी टेस्ट टीम के कप्तान बनाये गये जहां टीम ने श्रीलंका को हराने में सफलता हासिल की। धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम को घर में काफी जीत मिली, लेकिन विदेशों में उनकी कप्तानी में टीम का प्रदर्शन लचर साबित हुआ। एक तरफ धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने सबसे ज्यादा मैच जीते तो वहीं दूसरी तरफ उनकी कप्तानी में भारत को सबसे ज्यादा बार विदेशों में हारने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम बुरी तरह से हारी थी। जिसकी बाद धोनी ने टीम की कप्तानी छोड़ दी थी। बतौर विकेटकीपर सबसे ज्यादा बार गेंदबाज़ी करना जैसा की हम जानते हैं, धोनी ने कई बार मैदान पर गेंदबाज़ी में भी हाथ अजमाया है। भले ही वह टीम के जीत के करीब होने या ड्रा होने के समय में उन्होंने गेंद संभाली हो। लेकिन क्रिकेट के दीवानों को धोनी की गेंदबाज़ी आज भी याद है। धोनी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में साल 2009 ट्रेविस डोव्लिन में पहला विकेट लिया था। ये मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ हो रहा था। इसके अलावा धोनी ने साल 2011 में इंग्लैंड के दौरे पर भी गेंदबाज़ी की थी। जहां उन्होंने केविन पीटरसन को आउट कर दिया था। लेकिन रिव्यु के बाद पीटरसन को नॉटआउट दे दिया गया था। धोनी ने कुल मिलाकर नौ बार गेंदबाज़ी की है। जबकि इंग्लैंड के विलियम स्टोरर ने चार बार गेंदबाज़ी की है। लेखक- राजदीप पूरी, अनुवादक-जितेंद्र तिवारी