#4. रॉबिन उथप्पा
रॉबिन उथप्पा ने खुद को एक आक्रामक सलामी बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया। 2005 की चैलेंजर सीरीज़ में जब उन्हें पहली बार भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका मिला तो इस सीरीज़ में उन्होंने कुछ अच्छी पारियां खेली थीं।
उन्हें 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ वीरेंदर सहवाग के स्थान पर भारत की वनडे टीम में शामिल होने का मौका मिला और उन्होंने अपने वनडे डेब्यू में शानदार 86 रन बनाए। लेकिन उसके बाद, उथप्पा को अपना बल्लेबाज़ी कौशल दिखाने के ज़्यादा मौके नहीं मिले। वैसे भी टीम में सौरव गांगुली, वीरेंदर सहवाग और सचिन तेंदुलकर जैसे सलामी बल्लेबाज़ की मौजूदगी से उनका टीम में वापसी कर पाना वाकई मुश्किल था।
2008 के बाद, उन्हें 2014 में एक और अवसर मिला, लेकिन शिखर धवन और रोहित शर्मा के लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करने के साथ उनकी यह उम्मीद भी जाती रही। अब दोबारा उनके टीम में वापसी करने की उम्मीद लगभग ना के बराबर है।