#2. दिनेश कार्तिक

तमिलनाडु के विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ने 2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना पदार्पण किया। दुर्भाग्य से, उनके अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत कुछ खास नहीं रही और उसी दौरान भारतीय टीम को एमएस धोनी के रूप में एक ऐसा खिलाड़ी मिला जिसने अपने पर्दापण के एक दशक के अंदर ही भारतीय टीम को विश्व की शीर्ष टीमों की फेहरिस्त में ला खड़ा किया।
धोनी ने 2007 में पहली बार भारतीय टीम का नेतृत्व करने के बाद से पीछे मुड़ के नहीं देखा। दूसरी ओर, धोनी के शानदार प्रदर्शन के चलते कार्तिक को खेलने का ज़्यादा मौका नहीं मिल पाया।
कार्तिक ने 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में अच्छी बल्लेबाज़ी की थी लेकिन तब भी टीम संयोजन में उनकी जगह पक्की नहीं हो सकी। तब से, कार्तिक भारतीय टीम से अंदर-बाहर होते रहे हैं।
हाल ही में कार्तिक ने घरेलू क्रिकेट में अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर टीम में वापसी की है लेकिन उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी एकदिवसीय श्रृंखला से हटा दिया गया है। फिर भी, भारतीय प्रशंसक यह उम्मीद करेंगे कि उन्हें विश्व कप जैसे मेगा इवेंट में टीम में चुना जाएगा।