आईपीएल ने दुनियाभर के क्रिकेट फ़ैंस को इस तरह से एकजुट कर लिया है, जो शायद पहले नामुमकिन सा था। कई खिलाड़ियों ने अपने हुनर को इस टूर्नामेंट में साबित किया है। आईपीएल अब 11वें साल में प्रवेश कर चुका है। ये कई खिलाड़ियों के लिए अपनी ताक़त दिखाने मौक़ा है, क्योंकि ये विश्व क्रिकेट का एक बड़ा मंच है। कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं जो मौजूदा आईपीएल में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने में नाकाम साबित हुए हैं क्योंकि नीलामी के दौरान उनका कोई ख़रीदार नहीं मिला था। कई खिलाड़ी टीम के बजट और खिलाड़ियों की निर्धारित संख्या की वजह से नहीं बिक सके थे। हम यहां उन 5 विदेशी खिलाड़ियों के बारे में चर्चा कर रहें हैं जिनकी कमी इस टूर्नामेंट में ज़रूर खलेगी।
#5 ट्रैविस हेड
इस साल की आईपीएल नीलामी के दौरान ट्रैविस हेड की बेस प्राइस 1.5 करोड़ रुपये रखी गई थी, लेकिन इस ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी को कोई ख़रीदार नहीं मिला। उन्हें उम्मीद थी कि वो अपनी पुरानी टीम आरसीबी में शामिल हो जाएंगे। लेकिन 3 बार की आईपीएल फ़ाइनलिस्ट टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर ने उन पर ध्यान नहीं दिया। ट्रैविस हेड ने अपने शानदार खेल की बदौलत एडिलेड स्ट्राइकर्स टीम को पहली बार बिग बैश लीग का ख़िताब दिलाया था। उन्होंने इस टूर्नामेंट में 134 के स्ट्राइक रेट से 374 रन की बनाए थे। वो ऑफ़ स्पिन गेंद फेंकने में भी माहिर हैं जो उन्हें एक अच्छा ऑलराउंडर बनाता है। इस बदकिस्मती ही कहें कि वो मौजूदा आईपीएल का हिस्सा नहीं बन पाए।
#4 मार्टिन गप्टिल
मार्टिन गप्टिल क्रिकेट के सबसे छोटे फ़ॉर्मेट के मंझे हुए खिलाड़ी हैं, लेकिन इस साल की आईपीएल नीलामी में वो ख़रीदारों को आकर्षित करने में नाकाम रहे। न्यूज़ीलैंड की टीम में वो एक विस्फोटक ओपनर की भूमिका निभाते हैं। वो सटीक अंदाज़ में गेंद को हिट करते हैं और पावरप्ले का पूरा फ़ायदा उठाते हैं। वो इससे पहले मुंबई इंडियंस और किंग्स-XI पंजाब का हिस्सा रह चुके हैं, लेकिन उन्हें ज़्यादा खेलने का मौका नहीं नहीं मिला। आईपीएल में उनका रिकॉर्ड कुछ ख़ास नहीं है। इस साल उनकी बेस प्राइस महज़ 50 लाख रुपये रखी गई थी। आईपीएल में न शामिल हो पाने के बाद उन्होंने कीवी टीम के लिए शानदार शतक बनाया था। आईपीएल 2018 में उनकी कमी ज़रूर महसूस होगी।
#3 मॉर्ने मॉर्केल
दक्षिण अफ़्रीकी खिलाड़ी मॉर्ने मॉर्केल ने हाल में ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। आईपीएल 2018 की नीलामी में वो किसी भी टीम में शामिल नहीं किए गए। उनकी पुरानी टीम कोलकाता नाइटराइडर्स ने भी डेथ बॉलर्स पर ज़्यादा ध्यान दिया, यही वजह रही कि इस टीम में टॉम कुरन को चोटिल मिचेल स्टार्क की जगह चुना गया। मॉर्केल ने ये साबित किया है कि वो आईपीएल के लिए बने हैं, वो बाउंस गेंद फेंकने में माहिर हैं। 70 आईपीएल मैच में उन्होंने 77 विकेट हासिल किए हैं। साल 2012 में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ़ से खेलते हुए उन्होंने पर्पल कैप हैसिल किया था। चोट की वजह से उन्होंने पिछले आईपीएल सीज़न से अपना नाम वापस ले लिया था। इस साल आईपीएल न खेल पाने की वजह उनकी बढ़ती उम्र हो सकती है।
#2 जो रूट
इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट को इस साल नीलामी के दौरान 1.5 करोड़ की बेस प्राइज़ पर उतारा गया था, लेकिन वो किसी भी टीम के मालिक का दिल जीतने में नाकाम रहे। वो तीनों राउंड की नीलामी में नहीं बिक सके। हांलाकि टी-20 में उनका रिकॉर्ड शानदार है और साल 2016 की आईसीसी वर्ल्ड टी-20 में उनका बेतरीन खेल देखने को मिला था। जो रूट ने आईपीएल में शामिल न होने पर निराशा ज़ाहिर की थी। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि इसतना ज़बरदस्त बल्लेबाज़ आईपीएल टूर्नामेंट नहीं खेल पा रहा है। वो जिस टीम में भी शामिल होते उनकी मज़बूती को और बढ़ा देते।
#1 हाशिम अमला
हाशिम अमला दक्षिण अफ़्रीकी टीम के सबसे अहम खिलाड़ियों में से एक हैं। इस साल की आईपीएल नीलामी में उनका न ख़रीदा जाना हर किसी को हैरान कर दिया था। अमला ने आईपीएल में 2 शतक लगाए हैं, लेकिन उनका पुरानी टीम किंग्स इलेवन पंजाब ने भी उन पर दांव खेलना सही नहीं समझा। शायद पंजाब टीम को विस्फोटक बल्लेबाज़ की ज़्यादा ज़रूरत थी, यही वजह रही कि इस टीम में क्रिस गेल, केएल राहुल और एरॉन फ़िंच को चुना गया था। अमला संयम और समझदारी भरी पारी खेलने वाले क्रिकेटर हैं, जो अपने परंपरागत तरीके से बल्लेबाज़ी करने के लिए जाने जाते हैं। आईपीएल ने उनका शामिल न होना इस टूर्नामेंट के लिए बड़ी क्षति है। अमला ने हाल में ही अपने अच्छे प्रदर्शन ने आईपीएल टीम के मालिकों को ग़लत साबित कर दिया, लेकिन अब देर हो चुकी है। लेखक- गोकुल नायर अनुवादक- शारिक़ुल होदा