सुनील नारेन
यह आखिरी विकल्प शायद काफी लोगों के लिए हैरान करने वाला हो, लेकिन सुनील नारेन को वह श्रेय नहीं मिला है जिसकी वह पात्र हैं। अधिकांश क्रिकेट पंडितों का मानना है कि सुनील ने दृढ़ता से प्रदर्शन किया है, लेकिन यह प्रदर्शन वैसा नहीं है जिसके लिए वह जाने जाते हैं। हालांकि, आंकड़े बताते हैं कि उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों के साथ इस सीजन में बढ़िया खेल दिखाया है। दूसरी तरफ कुछ क्रिकेट पंडितों का मानना है कि टी 20 बल्लेबाज के रूप में नरेन का प्रदर्शन क्रिकेट की पारंपरिक पद्धतियों से सटीक रूप से मापा नहीं जा सकता। जब भी नरेन शीर्ष क्रम में बल्लेबाज़ी करने आते हैं तो दो परिदृश्य होते हैं: #1 वह पहली गेंद से ही विस्फोटक बल्लेबाज़ी करते हैं टीम को शानदार शुरुआत दिलाते हैं। #2 वह बिना ज़्यादा गेंदें बर्बाद किए आउट हो जाते हैं। इसके अलावा गेंद के साथ भी, उनका प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा है। उन्होंने 11 पारीयों में 7.5 की इकोनॉमी रेट से 13 विकेट लिए हैं। अपने गेंदबाज़ी स्टाइल में तबदीली के बाद नरेन निश्चित रूप से इस सीज़न में उपयोगी खिलाड़ी हैं और इसका श्रेय उन्हें मिलना चाहिए । लेखक: प्रणय गुप्ता अनुवादक: आशीष कुमार