नई गेंद के साथ स्लाइडर बॉल भारतीय गेंदबाज़ों की खासियत है । टी -20 में अकसर एम एस धोनी अश्विन के साथ शुरुआत करना चाहते हैं और क्योंकि नई गेंद ज्यादा टर्न नहीं होती इसलिए अश्विल स्लाइडर का इस्तेमाल करते हैं।
ये गेंद एक तेज़ गेंदबाज़ की आउट स्विंगर की तरह ही होती है , लेकिन पेस का फर्क होता है । दाएं हाथ के बल्लेबाज़ के लिए गेंद की सीम पहली स्लिप की ओर रहती है और गेंद बल्लेबाज़ से दूर जाती है। हालांकि इस गेंद को बाकी ऑफ स्पिन गेंदों से जरा तेज़ डाला जाता है जिससे गेंद हवा में मुड़ती है।
कई बार जिस पिच पर तेज़ गेंदबाज़ों की बजाय स्पिनर्स को ज्यादा मदद मिलती है वहां अश्विन विपक्षी टीम को शुरुआत से ही दबाव में लाने के लिए नई गेंद ले लेते हैं।
जैसे कि नई गेंद की सीम काफी उभरी हुई होती है जो गेंदबाज़ को बॉल ग्रिप करने में काफी मदद करती है और उस समय स्लाइडर काफी परेशानी में डालने वाला विकल्प होता है।