विस्फोटक विकेटकीपर बल्लेबाज़ ने वह सबकुछ हासिल किया जो एलन बॉर्डर, मार्क टेलर और स्टीव वॉ नहीं कर पाए थे। पोंटिंग की अनुपस्थिति में गिली टीम की अगुवाई किया करते थे। एडम ने भारत के खिलाफ सीरीज भी जीती थी। स्टीव वॉ को भारत में मिली हार के बाद आखिरी सिपाही कहा जाने लगा था। हालांकि गिली ने सिर्फ 6 टेस्ट मैचों में ही कप्तानी की थी। जिसमें से उन्होंने 4 में जीत हासिल की थी। जिसमें से दो मैचों में उन्हें भारत के खिलाफ जीत मिली थी। भारतीय बल्लेबाज़ी में उस वक्त सहवाग, तेंदुलकर, द्रविड़, गांगुली और लक्ष्मण जैसे खिलाड़ी थे। इससे गिली की कप्तानी का अंदाजा लगाया जा सकता है। वह पोंटिंग के बाद ऑस्ट्रेलिया के कप्तान बनने लायक थे। वह ऑस्ट्रेलिया की अगुवाई और टेस्ट मैचों में कर सकते थे। उन्हें कप्तानी का मौका आईपीएल में मिला था। जहां उन्होंने 2009 में दक्षिण अफ्रीका में हुए आईपीएल में अपनी टीम को खिताबी जीत दिलाई थी।