अपने लम्बे क्रिकेट करियर के बाद वह मैच फिक्सिंग के विवादों में फंस गये थे। वह न्यूज़ीलैंड के बेहतरीन ऑलराउंडर हुआ करते थे। उन्हें क्रिकेट में काफी कुछ हासिल हुआ लेकिन वह कभी कप्तान नहीं बन पाए। केर्न्स ने ब्लैक कैप के लिए 1989 से 2004 तक 62 टेस्ट मैच खेले थे। वह एक बेहतरीन ऑलराउंडर थे। लेकिन वह कभी भी अपनी टेस्ट टीम की कप्तानी की रेस में नहीं रहे। वह लम्बे समय तक स्टीफन फ्लेमिंग के उत्तराधिकारी बने रहे। जिन्होंने 80 टेस्ट मैचों में कप्तानी की थी। केर्न्स ने अपने पूरे करियर में 7 वनडे में टीम की कप्तानी की थी। केर्न्स ने 62 टेस्ट मैचों में 82 छक्के मारे थे। ऐसे में वह एक आक्रमक कप्तान साबित होते।