5 बातें जो धोनी की नम्बर वन टीम से कोहली की टीम को अलग करती है

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#3 कोहली 5 गेंदबाज़ खिलाने के पक्ष में
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जब से कोहली ने टीम की कमान संभाली है उसी दिन से उन्होंने एक बात साफ कर दी कि वो टेस्ट क्रिकेट में आक्रामक रणनीति के साथ मैदान में उतरेंगे और उस खास प्लान में से एक टीम के अंतिम 11 में 5 गेंदबाज़ों के साथ मैदान में उतरना भी शामिल है। जबिक धोनी हमेशा 7 बल्लेबाज़ों और 4 गेंदबाज़ों के प्लान के साथ उतरते रहे थे, लेकिन विराट 5 स्पेश्लिस्ट गेंदबाज़ों के साथ उतरना ही पसंद करते हैं जब तक कि पिच बल्लेबाज़ी के लिए कोई खास मुश्किल न हो और टीम में छठे बल्लेबाज़ की जरुरत न हो। आंकड़े भी कोहली के हक में हैं। कोहली ने भारत के लिए 17 टेस्ट मैच में टीम की कमान संभाली है और उनमे से 9 बार कोहली ने टीम में 5 गेंदबाज़ों की जगह दी यानी 50% से ज्यादा समय विराट 5 गेंदबाज़ों के साथ उतरे , जबकि धोनी के 60 मैचों के कप्तानी के दौरान उन्होंने बेहद कम मौकों पर ऐसा किया । उन 9 मुकाबलों में जिनमें कोहली ने 5 गेंदबाज़ों को टीम में मौका दिया भारत को 5 बार जीत मिली तो 3 मैच ड्रॉ रहे, जबकि एक बार हार का सामना करना पड़ा , जो ये साबित करता है कि 5 गेंदबाज़ खिलाने से नतीजा निकालने में अहम भूमिका निभाते हैं और इससे विरोधी टीम को 2 बार आउट करने के चांस बढ़ जाते हैं। ये एक ऐसा दौर है जहां कोहली के स्टाइल की टीम धोनी की टीम से बिलकुल अगल है।